8 माह बाद छुट्टी आए फौजी ने घर पहुंचने से पहले साथी शहीद लक्ष्मण चौधरी की चिता पर जाकर टेका माथा
जोधपुर। भारतीय सेना के फौजी बाहर से चट्टान जैसे मजबूत होते हैं, मगर भीतर से उतने ही कोमल भी होते हैं। इस तरह का मामला राजस्थान के जोधपुर जिले के सामने आया है। यहां पर एक फौजी आठ माह बाद छुट्टी पर घर आया, मगर सबसे पहले घर जाने की बजाय सीधा उस जगह पहुंचा साथी शहीद लक्ष्मण चौधरी की अंत्येष्टि की गई थी।
खेजड़ला में भर आई सबकी आंखें
एक सैनिक के प्रति दूसरे सैनिक का सम्मान और दोस्त के प्रति दोस्त का स्नेह देखकर वहां मौजूद कोई व्यक्ति आंसू नहीं रोक पाया। शहीद दोस्त को नमन करते हुए फौजी की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
तीन फरवरी को शहीद हुए थे लक्ष्मण चौधरी
जानकारी के अनुसार जोधपुर जिले के गांव खेजड़ला के 22 वर्षीय फौजी लक्ष्मण चौधरी तीन फरवरी को शहीद हो गए थे। तीन साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए लक्ष्मण चौधरी जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर के सुंदरबनी में सीज फायर उल्लंघन के दौरान शहीद हो गए थे। दो दिसम्बर को छुट्टी पूरी करके ड्यूटी पर लौटे थे। 27 अप्रैल को उनकी शादी होने वाली थी। शादी से पहले वे लक्ष्मण चौधरी शहीद हो गए थे।
साथ ही पढ़ते थे रामपाल और लक्ष्मण
इधर, गांव खेजड़ला निवासी रामपाल जाट और लक्ष्मण चौधरी बचपन के दोस्त थे। दोनों साथ-साथ खेलते थे। साथ ही पढ़ाई की। लक्ष्मण चौधरी दोस्त रामपाल से एक साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। रामपाल इन दिनों पंजाब के फिरोजपुर में तैनात थे।
सीधा अंत्येष्टि स्थल पहुंचे रामपाल
रामपाल जाट ने बताया कि तीन फरवरी को दोस्त लक्ष्मण चौधरी की शहादत की उन्हें सूचना तो थी, मगर छुट्टी नहीं मिली थी। अब आठ माह छुट्टी मिलने पर गांव खेजड़जी आने पर हाथ में बैग लेकर पहले घर जाने की बजाय रामपाल साथी शहीद लक्ष्मण चौधरी के अंत्येष्टि स्थल पर गए और उन्हें नमन किया।
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