राजस्थान में आईटी एक्सपर्ट ने फेमस होने के लिए महामहिम राष्ट्रपति के साथ खुद फोटो एडिट कर करवाई वायरल
जोधपुर। राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होकर फेमस होने की चाहत में राजस्थान के जोधपुर जिले के तिंवरी निवासी आईटी एक्सपर्ट राहुल राठी को भारी पड़ गया। उसे जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा है। दरअसल, कुछ समय पूर्व महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक ट्वीट किया था, जिसमें महामहिम ने फिनलैंड में भारत के राजदूत रवीश कुमार के साथ खुद की फोटो शेयर की थी। इस शातिर आईटी एक्सपर्ट राहुल राठी ने उस फोटो को एडिट कर रवीश कुमार की जगह खुद की फोटो चिपका दी।
इतना ही नहीं उसने वह एडिटेड फोटो सोशल मीडिया फेसबुक ट्विटर और इंस्टाग्राम पर पोस्ट भी कर दी। राहुल राठी ने इस फोटो को कई समाचार पत्रों को भी भेजा। समाचार पत्रों ने भी इस फोटो को छाप दिया, लेकिन जब पूरा मामला खुला तो राहुल राठी को गिरफ्तार कर लिया गया।
जोधपुर जिले के मथानिया थाना अधिकारी गौतम टोडरा ने बताया कि तिंवरी निवासी रमेश कुमार पुत्र सेवाराम की एक लिखित शिकायत 10 जुलाई 2020 को प्राप्त हुई थी। उसके आधार पर राहुल राठी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 467 468 व आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत कार्रवाई की गई है। शनिवार को आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा।
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पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी राहुल ने कई तरह के कई मामलों को अंजाम दिया है। रिमांड के दौरान उससे पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं। यह सामने आया कि राहुल राठी से नजदीकी रखने वाले कुछ लोगों को लॉकडाउन के दौरान जन सेवा करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र की आने की खबरें मीडिया में प्रसारित हुई थीं।
सूत्रों
की
मानें
तो
वे
पत्र
भी
संदेह
के
दायरे
में
आ
चुके
हैं।
पुलिस
इस
आरोपी
से
पूछताछ
कर
कई
मामले
के
खुलासे
कर
सकती
है।
आखिर
उसके
पास
कहां
से
आए
राष्ट्रपति
भवन
से
जारी
किए
गए
पत्र
और
राष्ट्रपति
के
हस्ताक्षर।
इस
मामले
में
एक
बड़ा
सवाल
उठ
कर
या
सामने
आ
रहा
है
कि
राहुल
राठी
ने
किसकी
मिलीभगत
से
इस
तरह
का
कारनामा
किया।