Jodhpur : शादी के 46 दिन बाद पत्नी की आंखों के सामने पानी में डूबे कैप्टन अंकित गुप्ता, 48 घंटे से तलाश
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर स्थित तखत सागर जलाशय के पानी में डूबे भारतीय सेना की 10 पैरा यूनिट के कमांडो कैप्टन अंकित गुप्ता का शनिवार को 48 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। सेना के विशेषज्ञों ने तीसरे दिन शनिवार सुबह ज्यादा नावों के साथ खोज नए सिरे से खोज अभियान शुरू किया है।
दूर खड़ी पत्नी देख रही थी एक्सरसाइज
बता दें कि गुरुग्राम के रहने वाले कमांडो अंकित गुप्ता की 23 नवंबर 2020 को ही शादी हुई थी। वे शादी के तुरंत बाद ड्यूटी पर लौट आए थे। जोधपुर में आर्मी की 10 पैरा यूनिट की हेलो कास्टिंग एक्सरसाइज के दौरान गुरुवार को उनके परिवार के लोग भी अभ्यास देखने के लिए कायलाना पहुंचे थे। कैप्टन अंकित गुप्ता अपने साथ पत्नी को भी लाए थे। जिस दौरान अंकित हेलीकॉप्टर के रस्सी से ऊपर नहीं चढ पाए, इस दृश्य को दूर खड़ी उनकी पत्नी भी अपनी आंखों से देख रही थी।
कैप्टन की मां जोधपुर पहुंची
बाद में अंकित के पानी में डूब जाने पर सेना ने गुरुवार को तो उनकी पत्नी को तुरंत कैंट में भेज दिया था, लेकिन शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान वे पूरे दिन मौजूद रही। अंकित के नहीं मिलने से उनका रो-रो कर बुरा हाल है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी और जवान उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। अंकित के पिता का स्वर्गवास पहले ही हो चुका है। उनकी माता अन्य संबंधियों के साथ शुक्रवार को जोधपुर पहुंची।
रनिंग और स्विमिंग का था शौक
28 वर्षीय अंकित को रनिंग और स्विमिंग का काफी शौक था। इसी कारण वे सेना में कमांडो के तौर पर चयनित किए गए। उनकी फिजिकल फिटनेस भी बेहतरीन थी। वह प्रतिदिन कई किलोमीटर दौड़ा करते थे। ताजे और खारे दोनों ही पानी के बेहतरीन स्विमर थे। अंकित ने कुछ समय पहले बीकानेर में भी आर्मी का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। इस दौरान वह कुछ समय तक बीकानेर भी रहे और वहां धोरों में अभ्यास किया।
जोधपुर में ऐसा हुआ था हादसा
बता दें कि पैरा कमांडो स्पेशल फोर्सेज का पूरे साल अभ्यास चलता रहता है। डेजर्ट वारफेयर में महारत रखने वाली 10 पैरा के कमांडो को एक हेलिकॉप्टर से पहले अपनी बोट को पानी में फेंक स्वयं भी कूदना था। इसके बाद उन्हें बोट पर सवार होकर दुश्मन पर हमला बोलना था। इस अभियान के तहत कैप्ट अंकित के नेतृत्व में 4 कमांडो ने तखत सागर जलाशय में पहले अपनी नाव को फेंका और उसके बाद खुद भी पानी में कूद पड़े।
क्या
बिना
परीक्षा
दिए
IAS
बनी
लोकसभा
स्पीकर
की
बेटी
अंजलि
बिरला?,
जानिए
वायरल
हो
रहे
दावे
की
हकीकत
तीन कमांडो तो नाव पर पहुंच गए, लेकिन कैप्टन अंकित नहीं पहुंच पाए। उनके साथ कमांडो ने थोड़ा इंतजार करने के बाद किसी अनहोनी की आशंका से स्वयं पानी में उतर खोज शुरू की। साथ ही अपने अन्य साथियों के माध्यम से जोधपुर स्थित मुख्यालय पर सूचना दी। इसके बाद 10 पैरा के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और खोज अभियान शुरू किया।
नेताओं ने मौत पर जताया दुख
फिलहाल
माना
जा
रहा
है
कि
पानी
में
डूबने
के
बाद
लंबा
समय
गुजर
चुका
है।
ऐसे
में
कमांडो
के
बचने
की
उम्मीद
लगभग
टूट
गई
हैं।
लोकसभा
स्पीकर
ओम
बिरला,
राजस्थान
सीएम
अशोक
गहलोत,
पूर्व
सीएम
वसुंधरा
राजे
सिंधिया,
केंद्रीय
मिनिस्टर
अर्जुर
राम
मेघवाल
व
झालावाड़
सांसद
दुष्यंत
सिंह
समेत
अन्य
जनप्रतिनिधियों
ने
ट्वीट
कर
कमांडो
कैप्टन
की
मौत
पर
दुख
जताया
है।