पति ने पूरी की पत्नी आशा कंवर की अंतिम इच्छा, 7 लाख के गहने बेचकर राम मंंदिर को दान किए, VIDEO
जोधपुर। राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में दान का अनूठा मामला सामने आया है। राम मंदिर निर्माण के लिए एक महिला की मौत के बाद उसके लाखों के गहने दान किए गए हैं। यह उस महिला की आखिरी इच्छा थी।
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सूरसागर भूरटिया निवासी 54 वर्षीय आशा कंवर
जानकारी जोधपुर के सूरसागर भूरटिया निवासी 54 वर्षीय आशा कंवर ने एक फरवरी को अपने पति विजय सिंह व बेटे मनोहर सिंह के सामने अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए अपने सारे जेवर भेंट करने की इच्छा जताई थी। तब बेटे मनोहर ने मां से कहा था कि वह पता करेंगे कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए गहने सौंपने की प्रक्रिया क्या है।
समर्पण निधि राशि जुटाने वाले जोधपुर के दल को जानकारी दी
इधर, चार फरवरी को आशा कंवर की मौत हो गई। मौत के बाद विजय सिंह गौड़ ने श्रीराम समर्पण अभियान के तहत समर्पण निधि राशि जुटाने वाले जोधपुर के दल को जानकारी दी और श्रीराम मंदिर के लिए पत्नी के गहने सौंपने की इच्छा जाहिर की।
चिंता ना करें उनकी अंतिम इच्छा जरूर पूरी होगी
दल के प्रांत प्रचार प्रमुख हेमंत घोष ने विजय सिंह गौड़ को पहले आशा कंवर का विधि विधान से अंतिम संस्कार करने को कहा। साथ ही बोले आप चिंता ना करें उनकी अंतिम इच्छा जरूर पूरी होगी।
आंखें भी नम हो गईं
अंतिम संस्कार के बाद आशा कंवर की सास, पति, पुत्र के अलावा दामाद जयसिंह, यशपाल सिंह व परिजन ब्रह्मसिंह, प्रेमसिंह, मोहनसिंह व अनोपसिंह ने हाथों से समर्पण निधि सौंपा तो लेने वालों की आंखें भी नम हो गईं। परिजनों ने गहनों में आड़, कानों की झुमरिया, शीशफूल, हाथ की नोगरी, गले की चेन, दो जोड़ी टाॅप्स, एक जोड़ी अंगूठी, एक बोर (रकड़ी), कान की बाळियां, टूसी (कंठी) को बेचकर सात लाख आठ हजार रुपए जुटाए। सारे पैसे राम मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिए।