जानिए 5 दिन से जोधपुर के पानी में डूबे कैप्टन अंकित गुप्ता को क्यों नहीं ढूंढ पा रही भारतीय सेना?
जोधपुर। भारतीय सेना की 10 पैरा यूनिट के कमांडो कैप्टन अंकित गुप्ता राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर के तखतसागर के डूब गए। सोमवार को पांचवें दिन भी पूरे देश को इस सवाल के जवाब का इंतजार है कि 'आखिर पानी में कैप्टन अंकित गुप्ता कहां समा गए...।' भारतीय सेना ने अपने इस जांबाज कमांडो की तलाश में पूरी ताकत लगा रखी है, लेकिन ऐसी कई दिक्कते हैं, जो लापता कैप्टन अंकित गुप्ता को ढूंढने में चुनौतियां बनी हुई हैं।
कैप्टन की तलाश में आ रहीं दिक्कतें
1. तखतसागर झील की भराव क्षमता 61 फीट है। इस समय झील में करीब 46 फीट तक पानी भरा हुआ है।
2. तखतसागर झील की खास बात है कि इसका तल समतल ना होकर पहाड़ी क्षेत्र है। नीचे काफी झाड़ियां उगी हुई हैं। कैप्टन उनमें कहीं फंसने की आशंका है।
3. झील के अंदर काई जमी हुई है। स्थिति यह है कि गोताखोरों को गहरे पानी में उतरने के बाद काई के चलते हर चीज को छूकर उसका पता लगाना पड़ रहा है।
4. तखतसागर में मिट्टी और कचरा अधिक होने के कारण पानी धुंधला है। इस कारण गोताखोर अधिक दूर तक देख नहीं पा रहे हैं।
5. झील में जगह-जगह उभरी हुई चट्टानें हैं। साथ ही चिकनी मिट्टी भी है। उसके कारण गोताखोरों को आगे बढ़ने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
6. गोताखोरों का कहना है कि नदी और सागर का पानी साफ होता है। उसके कारण वे पानी में अधिक दूर तक देख सकते हैं। यहां चारों तरफ अंधेरा नजर आता है।
7. सर्दी का मौसम होने के कारण एक टीम निश्चित समय के लिए ही पानी के अंदर रह सकती है। सर्च ऑपरेशन में हर टीम बारी-बारी से झील के अंदर जाकर तलाश कर रही है।
इकलौते बेटे हैं कैप्टन अंकित गुप्ता
बता दें कि 28 वर्षीय अंकित गुप्ता मूलरूप से हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले हैं। तीन साल पहले सेना में भर्ती हुए कैप्टन अंकित गुप्ता अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं। 23 नवंबर 2020 को ही उनकी शादी हुई थी। शादी के समय बाद ही अंकित ड्यूटी पर लौट आए थे। जोधपुर के तख्त सागर में डूबने की सूचना के बाद अंकित के माता-पिता और ससुर भी जोधपुर पहुंचे हैं। पत्नी पहले से ही यहां थीं। कैप्टन के परिजन भी लगाचार सर्च ऑपरेशन देख रहे हैं, मगर जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है। वैसे हर किसी की उम्मीदें धुंधली पड़ती जा रही है।
क्या हुआ था कैप्टन अंकित गुप्ता के साथ?
बता दें कि भारतीय सेना के पैरा कमांडो स्पेशल फोर्सेज का पूरे साल अभ्यास चलता रहता है। 7 जनवरी 2021 को दोपहर 12 बजे जोधपुर में अभ्यास किया गया था, जिसमें अंकित गुप्ता 10 पैरा के अपने साथी कमांडो के साथ एक हेलिकॉप्टर में सवार होकर तखत सागर झील पहुंचे। अभ्यास के तहत वहां कमांडो ने पहले हेलिकॉप्टर से अपनी बोट को पानी में फेंका। फिर खुद भी पानी में कूद गए। उन्हें बोट पर सवार होकर दुश्मन पर हमला बोलने का अभ्यास करना था। तीन साथी कमांडो तो नाव पर पहुंच गए, लेकिन कैप्टन अंकित नहीं पहुंच पाए। जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
भारतीय सेना का विशेष खोज अभियान
बता दें कैप्टन अंकित गुप्ता को ढूंढ़ने में भारतीय सेना ने जोधपुर की तखत सागर झील (कायलाना झील) में विशेष खोज अभियान चला रखा है। सेना ने गोताखोरों के साथ पानी में देखने वाले कैमरे भी मंगाए हैं। 200 से अधिक लोगों की टीमें 15 नाव में सवार होकर कैप्टन की तलाश में जुटी हैं। इनमें नेवी के मार्कोस कमांडो, आर्मी के गोताखोर, एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर भी शामिल हैं।
क्या है कायलाना या तखतसागर झील
बता दें कि जोधपुर में दो पहाड़ियों के बीच जैसलमेर रोड पर छोटी सी कृत्रिम झील है, जिसे कायलाना झील के नाम से जाना जाता है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। झील पर नौका विहार की सुविधा राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा उपलब्ध है। इस झील का एक और हिस्सा तखत सागर झील के रूप में जाना जाता है, जो जोधपुर शहर से लगभग 10 किमी दूर स्थित है। इस झील का नाम राजा तखत सिंह, जिन्होंने 19 वीं सदी के दौरान जोधपुर पर शासन किया, के नाम पर रखा गया है।