राजस्थान पुलिस के इस SI ने 20 हजार रुपए में बेच डाला ईमान, मासिक बंधी लेते ACB ने पकड़ा
राजस्थान पुलिस के SI 20 हजार रुपए में बेच डाला ईमान
Jodhpur News in Hindi, जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आदर्श थाना बासनी में तैनात पुलिस उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने रिश्वत अवैध बजरी परिवहन में जब्त ट्रक को छोड़ने और इस अवैध कारोबार में मदद करने के लिए मासिक बंधी के रूप में मांग की। बासनी थानाधिकारी संजय बोथरा व हैडकांस्टेबल तेजाराम की भूमिका भी संदिग्ध है। एसीबी दोनों की भूमिका की भी जांच कर रही है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी दुर्ग सिंह राजपुरोहित के अनुसार परिवादी श्रवण राम विश्नोई ने बताया कि उसका एक ट्रक बासनी पुलिस ने जब्त किया। इस ट्रक को छोड़ने के एवज में हैडकांस्टेबल ने आरोपी उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह से मिलने को कहा।
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जहां आरोपी उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह ने 50 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद दोनों में 45 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। जहां करीब 10 हजार रुपए 8 मई को दे दिए गए। आरोपी ने परिवादी को बजरी के अवैध कारोबार में मदद करने का भी आश्वासन दिया था। एसीबी ने परिवादी की शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद शनिवार को ट्रैप की कार्रवाई करते हुए 20 हजार की रिश्वत लेते आरोपी उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
बासनी SHO की भूमिका भी संदिग्ध
मामले में थानाधिकारी संजय बोथरा ओर हैडकांस्टेबल तेजाराम की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। इसकी फिलहाल एसीबी जांच कर रही है। इधर, एसीबी ने आरोपी के कुड़ी इलाके में स्थित आवास पर भी तलाशी शुरू की है। गौरतलब है कि शनिवार को ही डीजीपी ने सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों की सूची जारी की थी। जिसमें थानाधिकारी बासनी संजय बोथरा का भी नाम शामिल था।
जयपुर: करोड़पति निकला घूसखोर पीए, 80 हजार रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए विशिष्ट न्यायाधीश के पीए अर्जुनलाल जाट को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी के घर की तलाशी में करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
एसीबी के एएसपी आलोक चंद्र शर्मा ने बताया कि एसीबी मुख्यालय को सूत्रों से विशिष्ट न्यायाधीश, प्रिटिंग स्टेशनरी गबन प्रकरण जिला जयपुर के पीए पद पर तैनात अर्जुनलाल जाट के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थी। एसीबी ने 14.3 लाख रुपए का एमएसीटी क्लेम स्वीकृत कराने के बदले 10 प्रतिशत रिश्वत लेने की सूचना को पुख्ता किया। यह रिश्वत की रकम अधिवक्ता विजय कुमार द्वारा दलाल प्रदीप कुमार को दी जानी थी।