जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर गूंजा-हैप्पी बर्थडे आसाराम, इसी दिन सालभर पहले हुई थी उम्रकैद
Jodhpur News, जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद आसाराम का 83वां अवतरण दिवस (जन्मदिन) मनाया गया। गुरुवार देर शाम शाम बड़ी संख्या में उनके भक्त जोधपुर जेल के बाहर पहुंचे, यहां आसाराम के जयकारों के साथ हैप्पी बर्थडे आसाराम ( Happy Birth day Asaram ) भी गूंजा।
नाबालिग से सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपी आसाराम के 83वें जन्मदिन पर सेंट्रल जेल के बाहर एकत्रित होने वालों में देशभर से आए भक्त शामिल थे। एहतियात के तौर पर जोधपुर पुलिस ने जेल के बाहर भारी जाब्ता तैनात किया। समर्थकों ने शाम को जेल के बाहर दीपमाला सजा कर आसाराम की तस्वीर की आरती भी उतारी।
आसाराम का जीवन परिचय (Asaram biography in hindi)
आसाराम का पूरा नाम आसूमल सिरूमलानी है। 17 अप्रैल 1941 को इनका जन्म सिंध प्रांत के नवाबशाह जिले के बेराणी गांव में हुआ है। यह गांव अब पाकिस्तान में आता है। भारत विभाजन के दौरान आसाराम का परिवार भारत आ गया था। जोधपुर में भक्तों ने 25 अप्रैल को आसाराम को जो जन्म दिन मनाया है, वो भारतीय कैलेंडर के हिसाब से मनाया है। यह इत्तेफाक ही है कि 25 अप्रैल को आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
कांग्रेस प्रत्याशी झोली फैलाकर मांगता रहा वोट, भीड़ लगाती रही मोदी-मोदी के नारे, देखें वायरल VIDEO
पिता की मौत के बाद आसाराम ने पढ़ाई छोड़ दी और चाय बेचने का काम करने लगा। महज 15 साल की उम्र घर से भाग कर एक आश्रम चला गया था। किसी तरह उनके घरवाले वापस घर लाए और शादी करा दी। आसाराम की शादी लक्ष्मी देवी के साथ हुई। दो बच्चे नारायण और भारती हुए। आसाराम फिलहाल जोधपुर के सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है।