Jharkhand: बढ़ई का बेटा अभिजीत शर्मा बना 10वीं का स्टेट टॉपर, बड़ा होकर बनना चाहता है IAS अधिकारी
जमशेदपुर, 22 जून: झारखंड बोर्ड के दसवीं के नतीजे मंगलवार 21 जून को घोषित हो चुके हैं और इस बार जमशेदपुर के अभिजीत शर्मा ने स्टेट टॉप कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। बता दें कि अभिजीत शर्मा बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। अभिजीत के पिता सुबह घर-घर जाकर अखबार बांटते हैं और उसके बाद बढ़ई का काम करते हैं। अब बेटे के स्टेट टॉप करने की एक अलग ही खुशी माता-पिता के चेहरे पर साफ झलक रही है। तो वहीं, अभिजीत शर्मा का लक्ष्य अब आईएएस अधिकारी बनने का है।

अभिजीत शर्मा ने 10वीं क्लास में किया टॉप
अभिजीत शर्मा जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित रामकृष्ण मिशन पब्लिक स्कूल के 10वीं क्लास के छात्र है। अभिजीत ने जिले में ही नहीं, बल्कि पूर झारखंड में टॉपर होने का गौरव प्राप्त किया है। अभिजीत के अलावा झारखंड बोर्ड की 10वीं के नतीजों में कुल 6 बच्चों को टॉपर्स घोषित किया गया है। जिसमें अभिजीत शर्मा, जमशेदपुर निवासी, तनु कुमारी, तान्या साह, रिया कुमारी, निशा वर्मा एवं निशु कुमारी शामिल हैं। स्टेट टॉपर अभिजीत अपने माता-पिता का एकलौता बेटा है।

मुश्किल से चलता है घर का खर्चा
अभिजीत शर्मा अपने परिवार के साथ जमशेदपुर के शास्त्रीनगर के ब्लॉक नंबर 4 में किराए के एक छोटे से मकान में रहता है। अभिजीत के परिवार का खर्च भी बेहद मुश्किलों से चलता है। अभिजीत के पिता अखिलेश शर्मा की मानें तो घर का खर्च चलाने के लिए वह सुबह घर-घर जाकर अखबार बांटते हैं। इसके बाद शहर, गली-गली घूमकर बढ़ई का काम करते हैं। बढ़ई के काम से जो मजदूरी मिलती है उसी से घर का खर्चा और अपने बेटे को पढ़ा रहे है। हालांकि, कई बार अभिजीत की पढ़ाई के लिए अखिलेश को कर्ज भी लेना पड़ा।

50 हजार रुपए का है अभिजीत शर्मा के पिता पर कर्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेटे (अभिजीत) की स्कूल फीस, पढ़ाई का खर्चा सहित अब तक 50 हजार सिर पर कर्ज है। तिनका-तिनका जोड़कर परिवार चलाने वाले अभिजीत के पिता अखिलेश शर्मा के लिए यह कर्ज किसी पहाड़ से कम नहीं है। तो वहीं, अभिजित ने कभी पढ़ाई में कोई कोताही नहीं बरती और पूरी तन्मयता के साथ संसाधनों के अभाव में भी पढ़ाई करते रहे। तो वहीं, अब अभिजीत के पिता बताते हैं कि आज उनको अपने बेटे पर गर्व है। उसकी पढ़ाई के लिए जितना भी मेहनत करनी पड़े, वो करते रहेंगे।

IAS बनने का अभिजीत का सपना
500 में से 490 अंक हासिल करने वाले अभिजीत शर्मा ने कहा, 'उन्हें ये भरोसा था कि वे अच्छे अंकों से मैट्रिक की परीक्षा पास करेंगे, लेकिन ये नहीं सोचा था कि झारखंड टॉपर बनेंगे।' न्यूज़ एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, अभिजीत शर्मा आगे पढ़ लिखकर आईएएस अधिकारी बनना चाहते है। बताया कि 10 वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी के संबंध में उसने बताया कि वह हर दिन लगभग सात से आठ घंटे पढ़ाई करता थे। अभिजीत ने यह भी बताया कि उसके पिता कर्ज लेकर उसे पढ़ा रहे हैं। फिलहाल जमशेदपुर के ही कदमा स्थित बाल्डविन फॉर्म एरिया स्कूल में 11वीं में उसने नामांकन करवाया है।
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