सरोज-सिमरन केस: पिता ने कहा- दोनों की मौत का राज छिपा है लाल डायरी में
जमशेदपुर। 30 अक्टूबर को जुगसलाई थाना क्षेत्र के रेलवे पार्क में सरोज उपाध्याय और सिमरन का गोली लगा शव मिला था। शव मिलने के बाद दोनों के माता-पिता ने इस घटना को हत्या करार दिया है। साथ ही सरोज के पिता दीपेंद्र उपाध्याय ने इस केस में पुलिस को एक नया एंगल दे दिया है। दीपेंद्र के पिता ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे की हत्या रुपए के लेन-देन के विवाद में हुई है।
डायरी में छिपा है मौत का राज
दीपेंद्र उपाध्याय ने बताया कि सरोज उपाध्याय ब्याज का काम करता था। उसने अलग-अलग लेनदारों से गिरवी के तौर पर 6 गाड़ियां ले रखी थी, जो अभी कहां और किसके पास है? इसकी जानकारी किसी को नहीं है। उन्होंने बताया कि सरोज ब्याज के लेन-देन का हिसाब एक लाल डायरी में लिखता था, जो अब गायब है। डायरी न तो घर पर है और न ही पुलिस ने बरामद किया है। पिता ने बताया कि सरोज डायरी को अपने साथ ही रखता था।
ब्याज पर दे रखे थे 20 लाख रुपए
सरोज के पिता के मुताबिक, सरोज ने बाजार में 20 लाख रुपए ब्याज पर दे रखे थे। हालांकि उन्हें यह नहीं मालूम है कि सरोज ने किसे कितने रुपए दिए थे। पिता ने आरोप लगाया है कि लेनदारों द्वारा ही सरोज की हत्या की गई है।
सरोज के पिता ने कहा- सिमरन को कभी नहीं देखा
उधर, सरोज के पिता की मानें तो सरोज के साथ जिस लड़की का शव बरामद किया गया है, उसे उन्होंने कभी देखा नहीं और न ही जानते हैं। हालांकि पुलिस अब तक की जांच में घटना को आत्महत्या मान रही है। वहीं, एसएसपी अनूप बिरथरे ने कहा कि इस हत्याकांड में हर बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है। जल्दी ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।