सरोज-सिमरन केस: दोस्त अनीस ने पुलिस के सामने किए और खुलासे- दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन...
जमशेदपुर। जुगसलाई थाना क्षेत्र के रेलवे पार्क में 30 अक्टूबर को सरोज उपाध्याय और सिमरन कुमारी का गोली लगा शव मिला था। शव मिलने के बाद जांच पड़ताल में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अनीस पांडेय समेत पांच को हिरासत में ले लिया। अब इस मामले में जमशेदपुर पुलिस ने नया खुलासा किया है। पुलिस पूछताछ में अनीस ने बताया कि सरोज उपाध्याय और सिमरन एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे। लेकिन दोनों के परिवार वाले इसके लिए तैयार नहीं थे।
CCTV में दिखे सरोज व सिमरन
पुलिस की मानें तो बागबेड़ा के गाढ़ाबासा में लगे एक सीसीटीवी फुटेज में सरोज, सिमरन और अनीस पांडेय बाइक से जाते दिख रहे हैं। बाइक अनीस चला रहा था। इस सीसीटीवी फुटेज को अहम सुराग मान पुलिस ने अनीस को हिरासत में ले लिया था। अनीस ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि सरोज उपाध्याय ने मंगलवार रात दो बजे के करीब फोन कर बागबेड़ा लाल बिल्डिंग दुर्गा पूजा मैदान के पास बुलाया था। जब वह पहुंचा सरोज और सिमरन वहां खड़े मिले। उन्हें लेकर लाल बिल्डिंग चौक से गाढ़ाबासा बस्ती होते हुए पिगमेंट गेट के पार्क के पास पहुंचा। दोनों को छोडऩे के बाद वह वापस घर लौट गया था। अनीस पांडेय ने बताया कि रात ढाई बजे सरोज उपाध्याय से उसकी फोन पर बातचीत हुई थी। सरोज और सिमरन पार्क में ही थे।
कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस पांच लोगों को लिया हिरासत में
वहीं, जुगसलाई थाना पुलिस ने सरोज उपाध्याय और सिमरन के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली जो रात में उनसे संपर्क में थे। उस डिटेल के आधार पर पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू की और पांचों युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अनीस पांडेय, आदित्य, अमरेंद्र और दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया है।
सरोज के पिता ने कहा- सिमरन को कभी नहीं देखा
उधर, सरोज के पिता की मानें तो सरोज के साथ जिस लड़की का शव बरामद किया गया है, उसे उन्होंने कभी देखा नहीं और न ही जानते हैं। साजिश के तहत लड़की को ढाल बनाया जा रहा है ताकि रुपए के लेन-देन विवाद की बात सामने नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि सरोज का बाजार में 15 से 20 लाख रुपए का लेन-देन था। वह सूद-ब्याज का काम करता था। कहा कि हत्या का मामला रुपए के लेन-देन से ही जुड़ा हुआ है।