झारखंडः बजट सत्र से पहले स्पीकर ने बुलाई बैठक, सीएम ने कहा- सरकार की कोशिश कि सत्र बेहतर तरीके से चले
रांची। बुधवार को झारखंड विधानसभा के स्पीकर ने सत्र को बेहतर तरीके से चलाने के सभी पार्टी के विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई थी। स्पीकर ने बैठक में कहा कि सभी सदस्य शून्यकाल की समय सीमा और शब्द की मर्यादा का ध्यान रखें। ताकि सभी को समय मिल पाए। सभी दलों के नेताओं से अपेक्षा की जाती है कि पश्नकाल किसी भी तरह से बाधित नहीं हो, ताकि सभी सदस्यों को अधिक से अधिक समय मिल पाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीएम प्रश्नकाल में नीतिगत प्रश्न ही आएं, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।
बैठक खत्म होने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सत्र में जवाब हर सवाल का हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। केवल जवाब नहीं देना है, बल्कि सही तरीके से जवाब देना है। यह सरकार और संबंधित विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह कोशिश है कि सत्र बेहतर तरीके से चले और विपक्ष भी यही चाहता है।
वहीं भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने बताया कि बैठक में उन्होंने बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष के नेता की मान्यता देने की बात रखी। कहा कि झाविमो का अस्तित्व ही समाप्त हो गया। प्रदीप यादव ने स्वयं कहा है और लिखकर दिया है कि वे बंधु तिर्की के साथ कांग्रेस में चले गए हैं। ऐसे में प्रदीप यादव को बतौर झाविमो विधायक दल नेता बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए।
बता दें कि आगामी 26 फरवरी से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है। इसे लेकर बुधवार को स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी है। बैठक में भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण, कांग्रेस से आलमगीर आलम, माले के विनोद सिंह, आजसू के डॉ. लंबोदर महतो, निर्दलीय सरयू राय, राजद के सत्यानंद भोक्ता और झाविमो विधायक दल नेता के रूप में प्रदीप यादव शामिल हुए।