रांचीः चोरी कर घूमने गए बच्चों के पैसे हो गए खत्म तो पुलिस को सुनाई अपहरण की कहानी फिर...
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के मेकॉन कॉलोनी के 5 बच्चों ने पुलिस को परेशान कर दिया। दरअसल, बीते रविवार को कॉलोनी के 5 नाबालिग बच्चे पैसे लेकर घूमने निकले और इस दौरान वह सभी बेड़ो पहुंच गए। पांच नाबालिगों में तीन लड़कियां और दो लड़के थे। सभी की उम्र 8 से 12 साल थी। बेड़ो में पैसा खत्म होने पर पांचों बच्चों ने अपहरण का नाटक किया और बेड़ो पुलिस स्टेशन पहुंच गए। घटना की सूचना मिलते ही रांची पुलिस हाई अलर्ट पर हो गई। पूरे शहर में ऑटो-रिक्शा की तलाशी शुरू हो गई।
पूछताछ के बाद जब बच्चे परिजनों के पास पहुंचे तो पूरी कहानी एकदम उलट हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि देर रात सभी बच्चों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया। डोरंडा थाना का मामला होने के चलते सोमवार की सुबह डोरंडा थाना प्रभारी ने सभी बच्चे और उनके परिजनों से पूछताछ की। इस दौरान बच्चों ने बताया कि वे घर से पैसे चुराकर ले गए थे।
पैसा खर्च होने के बाद बच्चों को इस बात का डर सता रहा था कि उनके परिजन उन्हें मारेंगे। इससे बचने के लिए उन्होंने अपहरण की झूठी कहानी रची फिर पुलिस स्टेशन पहुंच गए। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि अभिभावकों ने भी यह बात स्वीकारी है कि बच्चे पैसे लेकर गए थे। सभी बच्चे मेकॉन के डी टाइप क्वार्टर के रहने वाले हैं।
बेड़ो पुलिस स्टेशन में बच्चों ने पुलिस को बताया कि मेक़न कॉलोनी स्थित एक मैदान में बैडमिंटन खेल रहे थे। इसी दौरान एक ब्लू जैकेट वाले शख्स ने उन्हें नशीली दवा सूंघाकर उनका अपहरण कर लिया। एक ऑटो से उन्हें ले जाया जा रहा था। बेड़ों में पुलिस चेकिंग देखकर उन्हें ऑटो से उतार दिया। इसकी सूचना मिलते ही पूरे इलाके में नाकेबंदी कर संबंधित ऑटो की तलाश शुरू कर दी गई। इसके बाद पूरे जिले में बच्चा चोरी की आशंका पर हाई अलर्ट भी कर दिया गया था।
रामगढ़ः घर का सामान लेने जा रही लड़की का अपहरण फिर किया गैंगरेप