झारखंडः एक-दूसरे को बचाने की कोशिश में तीन चचेरी बहनों की डूबने से मौत, मचा कोहराम
कोडरमा। झारखंड के कोडरमा जिले में नवलशाही थाना क्षेत्र के कारीखोखो गांव में तीन बच्चियां एक साथ डोभा में डूब गईं। इस हादसे से पूरे गांव में मातम पसर गया। मृतक तीनों बच्चियां आपस में चचेरी बहन थीं। शुक्रवार को हुए इस हादसे में मृतक बच्चियों की पहचान 16 वर्षीय काजल कुमारी पुत्री महेंद्र यादव, 13 वर्षीय विनीता कुमारी पिता भुनेश्वर यादव और 13 वर्षीय पिंकी के रूप में हुई।
तीनों बच्चियां गांव से करीब दो किलोमीटर दूर खेत में बकरी चराने गई थीं। बकरी चराने के दौरान तीनों एक साथ डोभा में नहाने के लिए गई थीं। इसी दौरान वहां पहले एक बच्ची डोभा में नहाने के लिए उतरी। काफी गहरा पानी होने से वह पानी में डूबने लगी। उसकी दूसरी बहन उसे डूबते देख बचाने के लिए कूद गई। फिर दोनों को डूबता हुआ देख तीसरी बहन भी डोभा में छलांग लगा दी और एक-दूसरे को बचाने के दौरान तीनों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
डोभा के पास ही खेतों में निकाई-कुड़ाई का काम कर रही बच्ची की चाची प्रमिला देवी ने उनके न लौटने पर डोभा के पास गईं, जहां एक बच्ची का शव तैरता हुआ दिखा। इसके बाद उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और एक बच्ची के शव को बाहर निकाला। बाद में बच्चियों की चाची के कहने पर कई ग्रामीणों ने डोभा के गहरे पानी में घुसकर अन्य दोनों बच्चियों की खोजबीन करने लगे।
करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डोभा की सतह पर पानी के अंदर से दोनों बच्चियों को बाहर निकाला। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अब्दुल्ला खान पुलिस बल के साथ पहुंचे और तीनों शवों को कब्जे में लेकर हॉस्पिटल के लिए भेज दिया। 13 वर्षीय पिंकी कुमारी और विनीता कुमारी गांव के ही उत्क्रमित मिडिल स्कूल कारीखोखो के सातवीं क्लास की छात्राएं थी।
काजल दो भाई और दो बहनों में तीसरे नंबर पर थी। विनीता दो भाई और चार बहनों में सबसे छोटी थी। जबकि पिंकी एक भाई और तीन बहनों में सबसे छोटी थी। बता दें कि मृतक 16 वर्षीय काजल कुमारी ने इसी साल मैट्रिक की परीक्षा पास की थी।