पश्चिम सिंहभूम नरसंहारः पहले भरी पंचायत में सुनाया गया तुगलकी फरमान और जंगल में ले जाकर 7 लोगों का किया सिर कलम
पश्चिम सिंहभूम। झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के बुरुगुलीकेरा गांव में बीते रविवार को हुए सात लोगों की हत्या के मामले में आपसी रंजिश की बात सामने आ रही है। इन सातों लोगों की हत्या का आरोप पत्थलगड़ी समर्थकों पर है। कहा जा रहा है कि मरने वाले सभी लोग इनकी बात नहीं मानते थे इस कारण उनकी हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि मृतकों ने पहले पत्थलगढड़ी समर्थकों के घरों में आगजनी की, लोगों पर अत्याचार किए। इसके बाद गांव में बैठक बुलाकर 7 लोगों को मृत्युदंड दिया गया।
पत्थलगड़ी समर्थकों की बातों का किया गया था विरोध
इन सभी सात लोगों को मारते-पीटते हुए जंगल ले जाया गया और उनकी हत्या की गई। पत्थलगड़ी समर्थकों ने जेम्स बुढ सहित 7 लोगों की हत्या की। इसके बाद से गांव में खौफ बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसपी इंद्रजीत महथा ने बताया कि बीते रविवार को बुरुगुलीकेरा गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों ने एक बैठक बुलाई थी। इसमें वे ग्रामीणों से वोटर कार्ड, आधार कार्ड जमा कराने को कह रहे थे, जिसका उप मुखिया जेम्स बुढ़ ने और कुछ लोगों ने इसका विरोध किया ।
सात लोगों को घसीटते हुए ले गए जंगल
इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक उपमुखिया सहित 7 लोगों को गुस्से में उठाकर जंगल ले गए। बाद में उन सभी को मौत के घाट उतार दिया। घटना स्थल सोनुवा थाने से करीब 35 किलोमीटर दूर है। यह घने जंगलों के बीच है। यह इलाका नक्सली प्रभावित है। घटना के बाद दुर्गम बुरुगुलीकेरा व लोढ़ाई कैंप की 6 किलोमीटर के क्षेत्र में झारखंड एसाल्ट की टीम ने सर्च अभियान छेड़ा हुआ है।
पुलिस का मानना है कि आपसी रंजिश के चलते हुई हत्या
बताया जा रहा है कि 16 जनवरी को मरने वालों ने पत्थलगड़ी समर्थकों के घरों में तोड़फोड़ की थी। इसी सिलसिले में गांव में सभा बुलाई गई और 7 आरोपियों का सिर उड़ाने की सजा दी गई। पुलिस ने 22 जनवरी की सुबह गांव से तीन किलोमीटर दूर जंगल से इनके शव बरामद किए थे। शुरुआती जांच में सामने आया है कि गांव के पूर्व मुखियापति रणसी बूढ़ और उपमुखिया पति जेम्स बूढ़ के बीच आपसी रंजिश थी। रणसी बूढ़ पत्थलगड़ी का समर्थक है। जबकि जेम्स बूढ़ इसका विरोधी था।