झारखंडः पिछले 9 दिन से खून के चलते रुका हुआ था महिला का इलाज तो स्वास्थ्य मंत्री ने दिया अपना खून
रांची। वैसे तो हमने और आपने तमाम ऐसी घटनाओं के बारे में सुना होगा जहां आम लोगों के जीवन को खतरे में डाल मंत्री व नेताओं को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है । लेकिन झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने एक मिशाल कायम किया है। दरअसल, खून की व्यवस्था न होने पर एक मरीज का पिछले 9 दिनों से इलाज रुका हुआ था। जैसे ही इस बात की भनक स्वास्थ्य मंत्री को लगी तो उन्होंने अस्पताल पहुंचकर खून दिया और महिला का इलाज शुरू करवाया।
बीते गुरुवार की रात को स्वास्थ्य मंत्री औचक निरीक्षण पर रिम्स पहुंचे चे। इस दौरान ऑर्थो वार्ड में उन्हें शीला देवी मिलीं। शीला के पति रामविनय ने अपनी परेशानी स्वास्थ्य मंत्री को बताई। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने खुद ब्लड डोनेट कर उन्हें खून दिलवाया। तब शीला का इलाज शुरू हुआ। पति रामविनय शर्मा ने बताया कि जब वह ब्लड बैंक से खून लेने गए थे तो उन्हें कहा गया कि खून लेने के बदले डोनेट करना होता है।
हालांकि पीड़िता के पति बुजुर्ग हैं इसलिए वो खून डोनेट नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने कई लोगों से अपील की लेकिन किसी ने मदद नहीं की। गुरुवार की रात को मंत्री ने रामविनय के साथ ब्लड बैंक जाकर ब्लड डोनेट किया। इसके बदले में रामविनय को खून मिला और तब पत्नी शीला देवी का इलाज शुरू हुआ। साथ ही उन्होंने महिला का फ्री में इलाज कराने का भी निर्देश दिया। दरअसल, 15 हजार रुपये के लिए महिला का इलाज रुका हुआ था।
बता दें कि रिम्स में रोजाना 50 लोग रक्तदान करते हैं। हर दिन 120 से 130 यूनिट खून की खपत इमरजेंसी और थैलीसिमिया के मरीजों के लिए होती बै। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से रक्त दान करने की अपील की है।
झारखंड में टूटी मिली महात्मा गांधी की मूर्ति, लोगों में गुस्सा, पुलिस खंगाल रही CCTV