झारखंड के इस मंत्री के चलते लॉकडाउन हुआ हवा-हवाई, मजदूरों को बसों में ठूंसकर पहुंचाया गया घर
रांची। झारखंड के मंत्री ने कोरोना वायरस को लेकर सरकार की तरफ से जारी की गई एडवाइजरी को अपनी हरकतों से खोखला साबित कर दिया। एक तरफ जहां केंद्र सरकार लोगों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने की बात कह रही है तो वहीं मंत्री ने सैकड़ों लोगों की जान खतरे में डालकर उन्हें बसों में ठूंसकर रातोंरात घर पहुंचवाया। मंत्री आलमगीर आलम के आदेश का हवाला देकर रांची जिला प्रशासन ने केंद्र सरकार की तरफ से घोषित लॉकडाउन का खुलेआम उल्लंघन किया।
बताया जा रहा है कि राज्य सरकार के संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम और अजीम शेख द्वारा सिफारिश करने पर रविवार की देर रात नगड़ी से बसों में पाकुड़, कोडरमा व साहिबगंज के लिए सैकड़ों लोगों को रवाना किया गया। इन सभी बसों में कतार लगवाकर मजदूरों को जबरदस्ती भरा गया। जब मजदूरों को बसों में भरा जा रहा था तो उस वक्त पुलिस के आला अधिकारी तक मौजूद रहे। बीते रविवार रात रांची से चली बसें सोमवार को अपने गंतव्य पर मजदूरों को लेकर पहुंचीं।
रांची से सोमवार को सैकड़ों लोगों को लेकर बस पाकुड़ जिले के महेशपुर पहुंचीं। इधर, विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन दावा कर रहा है कि संबंधित गाड़ियों की रवानगी का आदेश सुबह निर्गत किया गया, लेकिन देर शाम इसे रद कर दिया गया। इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी आधिकारिक रूप से बयान नहीं दे रहे हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक विवाद बढ़ता देख इस मामले में सरकार भी हरकत में आई और रांची उपायुक्त से पूरे मामले पर जवाब मांगा गया है।
रांची जिला प्रशासन ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम व अजिम शेख के आग्रह पर कुल 11 बसों को अलग-अलग जिलों में मजदूरों को ले जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई। उपायुक्त रांची के आदेश पर उप समाहर्ता प्रभारी जिला गोपनीय शाखा की ओर से 29 मार्च को इससे संबंधित पत्र निर्गत कर दिया गया।
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