झारखंडः कोरोना के मरीजों का ख्याल अब डॉक्टर नहीं 'कोबोट' रखेंगे, जानिए क्या है खासियत
चाईबासा। भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। देश के सभी राज्यों में कोरोना का असर देखने को मिल रहा है। कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार और डॉक्टर निरंतर रूप से जुड़े हुए हैं। हालांकि कोरोना के मरीजों की देखभाल के दौरान चिकित्सकों को भी खतरा रह रहा है और कई चिकित्सक इसके चपेट में भी आए हैं। हालांकि इस समस्या का समाधान झारखंड सरकार ने ढूंढ निकाला है। यहां कोरोना मरीजों को खाना और पानी देने के लिए रोबोट को काम पर लगा दिया है।
चाईबासा जिले में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे कर्मचारियों की मदद के लिए अस्पताल में रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये रोबोट कोरोना मरीजों को खाना और पानी देगा। इस रोबोट का नाम भी रखा गया है। इसका नाम 'कोबोट' रखा गया है। डेप्युटी डिवेलपमेंट कमिशनर आदित्य रंजन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हमने डॉक्टरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में एक रोबोट लगा दिया है। ये रोबोट इस महामारी में काफी काम आएगा। साथ ही इस रोबोट की सबसे खास बात ये है कि इसको बनाने में मात्र 25 हजार लगे हैं लेकिन ये अकेले ही कम समय में कई लोगों का काम करेगा।
आपको बता दें कि इस रोबोट को एक रिमोट से कंट्रोल किया जा रहा है। खास बात ये हैं कि इस रोबोट में एक कैमरा भी लगाया गया है, जिससे वो आस-पास की सभी चीजों को रिकोर्ड कर सकेगा और जो व्यक्ति इसे रिमोट से ऑपरेट कर रहा उसे भी सब कुछ देखने में आसानी होगी। इसके साथ ही इसमे एक स्पीकर भी लगाया गया है जो मरीजों को जानकारी देता रहेगा। मरीजों को खाना और पानी देने वाले इस रोबोट को 200 मीटर की दूरी से ऑपरेट कर सकते हैं। इसके साथ ही ये 30 किलों तक के वजन को ले जा सकता है। आपको बता दें कि कोबोट पूरी तरह से वाटर प्रूफ है जिसकी वजह से इसे आराम से सेनिटाइज भी किया जा सकता है।
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