झारखंडः वीडियो कॉलिंग के जरिये डायलिसिस कर रहा था कंपाउंडर, इंजेक्शन लगाते ही मरीज की मौत
जामताड़ा। झारखंड के जामताड़ा जिले के सरकारी अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है, जहां विभाग की लापरवाही के चलते एक मरीज की मौत हो गई। सरकारी अस्पताल के कंपाउंडर वीडियो कॉल के माध्यम से मरीज की डायलिसिस कर रहा था। इसी दौरान मरीज की मौत हो गई। वहीं अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मामला संज्ञान आने पर डीसी ने जांच का आदेश दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जामताड़ा सदर अस्पताल में पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप मतलब पीपीपी मोड पर डायलिसिस की सुविधा दी जाती है। संजीवनी प्राइवेट लिमिटेड को इस अस्पताल में मरीजों की डायलिसिस करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी के डॉ. मनोज कुमार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देवघर से यह काम कराते हैं। बताया गया कि पिछले तीन महीने में डॉ. मनोज एक बार भी जामताड़ा नहीं आए हैं।
इसलिए यहां पर काम कर रहा कंपाउंडर ही मरीजों की डायलिसिस करता है। मरीज की मौत होने के मामले में कंपाउंडर राजू कुमार ने बताया कि उसने मरीज को सुई लगाई, तभी वह बेहोश हो गया। फिर उनकी चेतना वापस नहीं लौटी। मामले को लेकर सरकार के स्वास्थ्य सचिव और मंत्री ने जिले के उपायुक्त से जानकारी मांगी है। वहीं डीसी गणेश कुमार ने सिविल सर्जन से 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।
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