तीन बार लड़की को जन्म देने पर पति की प्रताड़ना से तंग आकर कलेजे के टुकड़े को पार्क में छोड़ा
जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर दिले में एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां पति की प्रताड़ना से परेशान होकर महिला ने अपनी नवजात बच्ची को शहर के टेल्को टीआरएफ कॉलोनी के मैदान में छोड़ दिया। वहां आवार कुत्ते घूम रहे थे। इसी दौरान एक लड़की ने देख लिया फिर उसने महिला को आवाज देकर रोका और काफी मान-मनौव्वल के बाद महिला अपनी बच्ची को साथ लेकर गई। घटना को लेकर हाता निवासी कुंती देवी ने बताया कि साल 2007 में उसकी शादी संजय प्रजापति से हुई थी।
पहली बेटी हुई तो सबकुछ ठीक था फिर दूसरी बेटी पैदा होने पर पति को चिढ़ होने लगी। छोटी-छोटी बातों पर वह लड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद पति बेटे की चाहत करने लगा लेकिन 16 दिन पहले महिला ने फिर एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद अस्पताल से घर जाते ही पति महिला की पिटाई करने लगा। वह बच्ची को देखना भी नहीं चाहता था। पति की प्रताड़ना से परेशान होकर महिला ने सोचा की वह अपनी बहन के इलाके घोड़ाबांधी में बच्ची क छोड़ देगी।
फिर शुक्रवार की सुबह वह 10 बजे घर से निकली। टेंपो बदल-बदल कर घूमती रही और आखिरकार टेल्को के टीआरएफ क़लोनी के मैदान में पहुंच गई और नवजात बच्ची को छोड़ कर वापस जाने लगी। इस दौरान श्रुति नाम की लड़की ने उसे देख लिया और उसे आवाज देने लगी। जब लोगों ने शोर सुना तो वह भी मौके पर पहुंच गए। काफी मान-मनौव्वल के बाद वह अपनी बच्ची को साथ ले गई।
श्रुति ने बताया कि वह टीआरएफ कॉलोनी में खड़ी थी तभी महिला बच्ची को गोद में लेकर पहुंची। एक मिनट वह रुकी और बच्ची को जमीन पर छोड़कर जाने लगी। महिला कुछ दूर ही गई थी कि आवार कुत्ते बच्ची की तरफ दौड़े लेकिन श्रुति ने अपनी जान की परवाह न करते हुए बच्ची को बचा लिया। फिर उसने आवाज देकर महिला को रोका। शोर सुनकर जब आसपास के लोग पहुंचे।
इस दौरान महिला ने जब आपबीती बताई तो श्रुति ने पुलिस को फोन कर बुलाया। फिर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला व बच्ची को साथ लेकर थाने गई। पति को थाना बुलाया गया और दोनों से अलग-अलग पूछताछ की गई। पत्नी ने पति पर मारपीट का आरोप लगाया, जिससे पति ने इनकार कर दिया। काफी समझाने के बाद दोनों ने लिखित समझौता किया।
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