Jhansi: 2 विधायक, 2 मंत्री और खुद सांसद भी नही बचा सके अपने वार्ड की कुर्सी, बागी प्रत्याशी ने दी पटकनी
जिस वार्ड में बीजेपी के 2 मंत्री, 1 विधायक, 1 MLC और 1 सांसद का आवास है, उसी वार्ड से भाजपा के प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है।यहां जीतने वाला और कोई नहीं बीजेपी का ही बागी प्रत्याशी है।
13 मई को यूपी निकाय चुनाव की मतगणना के बाद जो नतीजे सामने आए, उससे बीजेपी काफी खुश नजर आई। बीजेपी ने मेयर पद की 17 की 17 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। लेकिन कुछ सीटें ऐसी भी रही, जहां न केवल भाजपा को हार का सामना करना पड़ा बल्कि शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ी। ऐसी ही एक सीट है झांसी महानगर का वार्ड नंबर-53, जहां बीजेपी पार्टी से एक सांसद, दो विधायक और दो मंत्रियों के आवास होने के बावजूद बीजेपी हार गई।
Recommended Video
न
मंत्री,
न
सांसद
और
न
विधायक
बचा
पाए
बीजेपी
की
नाक
बता
दें
कि
झांसी
महानगर
का
वार्ड
नंबर-53
में
निर्दलीय
प्रत्याशी
लखन
कुशवाहा
ने
342
वोटों
के
भारी
अंतर
से
भाजपा
के
मयंक
दीक्षित
को
हरा
दिया।
खास
बात
ये
है
कि
झांसी
महानगर
का
वार्ड
नंबर-53
एक
ऐसा
वार्ड
है,
जहां
बीजेपी
पार्टी
से
झाँसी
सांसद
अनुराग
शर्मा,
एमएलसी
बाबूलाल
तिवारी,
दर्जा
प्राप्त
राज्यमंत्री
हरगोविंद
कुशवाहा,
पूर्व
शिक्षा
मंत्री
रविंद्र
शुक्ला,
सदर
विधायक
रवि
शर्मा
आदि
के
आवास
हैं
उसके
बाद
भी
इस
वार्ड
से
बीजेपी
को
हार
का
सामना
करना
पड़ा।
बीजेपी
की
ये
करारी
हार
जिले
में
चर्चा
का
विषय
बन
गयी
है।
बीजेपी
से
निष्कासित
प्रत्याशी
ने
दिया
करारा
जवाब
दरअसल,
इस
वार्ड
से
बीजेपी
से
निष्काषित
और
भारतीय
जनता
पार्टी
से
दो
बार
नगर
निगम
के
सभासद
रहे
बागी
लखन
कुशवाहा
ने
निर्दलीय
प्रत्याशी
के
रूप
में
जीत
हासिल
की
है।
लखन
कुशवाहा
का
टिकट
भाजपा
ने
सिर्फ़
इस
वजह
से
काट
दिया
था
कि
वह
जिस
वार्ड
से
चुन
कर
आते
थे,
वह
वार्ड
पहले
पिछड़े
वर्ग
के
लिए
आरक्षीत
था।
लेकिन
2023
के
नगर
निगम
चुनाव
में
अब
वही
वार्ड
अनारक्षित
हो
गया।
लखन
कुशवाहा
का
कहना
है
कि
पिछड़े
वर्ग
से
होने
की
वजह
से
उन्हें
भारतीय
जनता
पार्टी
का
टिकट
खोना
पड़ा।
लेकिन
टिकट
न
मिलने
से
लखन
निराश
नही
हुए
और
निर्दलीय
प्रत्याशी
के
रूप
में
चुनाव
में
खड़े
हुए
और
जीत
दर्ज
कर
सब
को
चौका
दिया।
चिराग तले अँधेरा: Deputy CM केशव मौर्या के अपने वार्ड से हारा भाजपा प्रत्याशी, मिले कुल इतने वोट