झांसी में बोले RSS प्रचार प्रमुख अरुण कुमार, भारत में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू
झांसी। आरएसएस के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने मॉब लिंचिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'भीड़ तंत्र को अपराध करने का कोई अधिकार नहीं है। कानून किसी को अपने हाथों में नहीं लेना चाहिए'। कोई भी मामला हो, संविधान के तहत ही काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ किसी वर्ग विशेष को जोड़ने के लिए कोई अभियान नहीं चला रहा है। क्योंकि, संघ भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हिंदू मानता है।
आरएसएस के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार गुरुवार को झांसी के एसआर इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित अखिल भारतीय योजक वर्ग में पत्रकारों वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संघ अभी छह प्रकार की नई गतिविधियां संचालित कर रहा है। इसमें अनियंत्रित विकास से हो रहे पर्यावरण को बचाने के लिए जल संरक्षण, पौधरोपण और कचरा एवं प्लास्टिक प्रबंधन पर काम किया जा रहा है। गांवों का वक्त के साथ विकास नहीं हो रहा है। इसके लिए गांवों में सामूहिक शक्ति जागरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। समाज से जाति का भेद दूर हो सके, इसके लिए समरसता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
हर
साल
10
हजार
लोग
कर
रहे
आरएसएस
से
जुड़े
उन्होंने
कहा
कि
साल
2010
के
बाद
से
संघ
का
लगातार
काम
बढ़
रहा
है।
2010
में
देश
में
भर
में
संघ
की
40
हजार
शाखाएं
थीं,
जो
अब
बढ़कर
60
हजार
हो
गई
हैं।
छह
हजार
शाखाओं
से
40
वर्ष
से
अधिक
और
34
हजार
शाखाओं
से
महाविद्यालय
और
अन्य
विद्यार्थी
जुड़े
हैं।
बाकी
शाखाओं
में
तरुण
और
व्यवसायिक
हैं।
संघ
ने
2012
में
ऑन
लाइन
ज्वाइन
आरएसएस
नेटवर्क
हर
जिले
में
शुरू
किया
था,
जिसके
बेहद
सकारात्मक
परिणाम
सामने
आए
हैं।
2017
तक
छह
लाख
लोगों
ने
संघ
से
जुड़ने
की
इच्छा
जाहिर
की।
2018
में
एक
लाख
पांच
हजार
और
इस
साल
अभी
तक
67
हजार
लोग
जुड़े
हैं।
इस
हिसाब
से
दस
हजार
से
अधिक
लोग
हर
साल
जुड़े
रहे
हैं।
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