कौन दे रहा था विकास दुबे का साथ, अब कैसे आएगा सामने? शहीद की पत्नी उर्मिला वर्मा का सवाल
झांसी। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद शहीद पुलिसकर्मियों के के परिजनों ने खुशी जाहिर की है। मथुरा में शहीद सिपाही जितेंद्र सिंह के पिता तीरथ पाल ने योगी सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि अब उनकी आत्मा को शांति मिली है। वहीं, झांसी के शहीद सिपाही सुल्तान सिंह की पत्नी उर्मिला वर्मा ने संतुष्टि जाहिर करते हुए एक बड़ा सवाल भी खड़ा किया है। उर्मिला ने कहा कि अब यह कैसे सामने आएगा कि कौन उसे (विकास दुबे) समर्थन दे रहा था? उससे पूछताछ करके यह खुलासा नहीं किया जा सका।
एनकाउंटर में मारा गया विकास दुबे
बता दें, कानपुर शूटआउट में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी और कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़े जाने के बाद पुलिस जब विकास दुबे को कानपुर लेकर आ रही थी तो रास्ते में एसटीएफ की एक गाड़ी पलट गई। इस दौरान विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की और जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विकास दुबे ने गिरफ्तार होने के बाद पुलिस के सामने बताया था कि वो सबूत मिटाने के लिए पुलिसकर्मियों की लाशों को तेल डालकर जलाना चाहता था, लेकिन उसे समय नहीं मिला और वो भाग गया।
शहीद की पत्नी ने कहा- कैसे सच आएगा सामने?
कानपुर एनकाउंटर के दौरान शहीद हुए सिपाही जितेंद्र पाल सिंह के पिता तीरथ पाल ने कहा, मुझे यूपी पुलिस पर गर्व है। आज मेरी आत्मा को शांति मिली है, मैं प्रशासन और योगी सरकार को धन्यवाद देता हूं। झांसी के शहीद सिपाही सुल्तान सिंह की पत्नी उर्मिला वर्मा ने कहा कि अब यह कैसे सामने आएगा कि कौन उसे (विकास दुबे) समर्थन दे रहा था? उससे पूछताछ करके यह खुलासा नहीं किया जा सका। शहीद के पिता हरप्रसाद ने एक दिन पहले विकास की गिरफ्तार पर कहा था कि ऐसे अपराधी की गिरफ्तारी शहीदों के बलिदान का माखौल उड़ाना है। उन्होंने शासन से मांग करते हुए कहा था कि विकास का एनकाउंटर होना चाहिए।
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