Gurleen Chawla: 23 साल की इस लड़की के 'शौक' ने बुंदेलखंड को दी नई पहचान, PM मोदी ने भी की तारीफ
Gurleen Chawla Story: झांसी। पीएम मोदी (Pm Modi) ने 31 जनवरी को 'मन की बात' कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के झांसी (Jhansi) की गुरलीन चावला (Gurleen Chawla) जिक्र किया। झांसी (Jhansi) की गुरलीन इन दिनों बुदेलखंड (Bundelkhand) में स्ट्रॉबेरी (strawberry) की खेती के लिए सुर्खियों में हैं। मन की बात में पीएम मोदी ने झांसी में चले स्ट्रॉबेरी फेस्टीवल (Strawberry Festival) और स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर हुए सफल प्रयोग की बात शेयर की। पीएम मोदी मन की बात में आगे कहा, 'पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी फेस्टीवल शुरू हुआ। हर किसी को आश्चर्य होता है कि स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड, लेकिन, यही सच्चाई है। अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, और इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, झांसी की एक बेटी - गुरलीन चावला ने। लॉ की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है। झांसी का 'Strawberry festival' Stay At Home concept' पर जोर देता है।' हम आपको यूपी की बेटी गुरलीन चावला के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
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लॉकडाउन में पुणे से घर लौटी थी लॉ छात्रा गुरलीन चावला
गुरलीन चावला उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में रहती हैं। गुरलीन पुणे के प्रतिष्ठित लॉ कालेज से एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं। कोरोना काल में लॉकडाउन की वजह से उन्हें झांसी आना पड़ा। स्ट्रॉबेरी खाने की शौकीन गुरलीन ने शुरू में अपने घर के गमलों में स्ट्राबेरी के कुछ पौधे लगाए। इसके अच्छे नतीजे आने पर उन्होंने पिता के फार्म हाउस पर लगभग डेढ़ एकड़ भूमि पर स्ट्राबेरी की खेती शुरू कर दी। गुरलीन को देखकर अब कई किसान स्ट्रॉबेरी की खेती की ओर आकर्षित हुए हैं। और सरकार भी स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल के जरिए किसानों को स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
झांसी में पहली बार आयोजित किया गया स्ट्रॉबेरी महोत्सव
झांसी में पहली बार स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन 17 जनवरी से शुरू हुआ था, जो 16 फरवरी तक चलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महोत्सव का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। सीएम योगी ने कहा कि झांसी में हुआ स्ट्रॉबेरी का उत्पादन और यहां हो रहा स्ट्रॉबेरी महोत्सव चमत्कार से कम नहीं है। बुंदेलखंड के बारे में प्रदेश और देश की जो धारणा थी उसे बदलने में यह महोत्सव अहम भूमिका निभाएगा। अब माना जा रहा है कि इससे इस इलाके की सूरत बदलने के आसार हैं।
पीएम मोदी भी हुए गुरलीन चावला के मुरीद
रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल झांसी में चल रहे स्ट्रॉबेरी महोस्तव का जिक्र किया, बल्कि गुरलीन चावला के प्रयासों की भी खूब सराहना की। पीएम मोदी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, अगर मैं आपसे बुंदेलखंड के बारे में बात करूं तो वो कौन सी चीजें हैं, जो आपके मन में आएंगी। इतिहास में रूचि रखने वाले लोग इस क्षेत्र को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ जोड़ेंगे। कुछ लोग सुंदर और शांत 'ओरछा' के बारे में सोचेंगे। कुछ लोगों को इस क्षेत्र में पड़ने वाली अत्यधिक गर्मी की भी याद आ जाएगी, लेकिन इन दिनों, यहां कुछ अलग हो रहा है, जो काफी उत्साहवर्धक है और जिसके बारे में, हमें, जरूर जानना चाहिए।'
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