मंदिर से दलित दूल्हा-दुल्हन को धक्का देकर निकाला, बंधक बनाकर कहा- तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई
Jhansi news, झांसी। दलितों के सम्मान को लेकर भले ही बड़ी-बड़ी बातें की जाती हों लेकिन हकीकत में उन्हें कितना सम्मान दिया जा रहा है इसका उदाहरण झांसी के सीपरी बाजार थानान्तर्गत आरी गांव में नजर आया। जहां उच्च जाति के लोगों ने पूजा करने गये दलित दूल्हा-दुल्हन सहित परिवार को मंदिर में जाने से रोक दिया। इतना ही नहीं उन्हें बंधक बनाकर धमकाया जाने लगा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें मुक्त कराया। इसके बाद पीड़ित पक्ष शिकायत लेकर थाने पहुंच गया।
उच्च जाति के ग्रामीणों ने निकाला
झांसी जिले के सीपरी थानान्तर्गत अम्बा वॉय में रहने वाली करिश्मा की शादी विगत दिवस रेलवे कालौनी में रहने वाले वीर सिंह अहिरवार के साथ हुई थी। वीर सिंह का कहना है कि उसका पैतृक गांव सीपरी बाजार थानान्तर्गत आरी है। वीर सिंह का आरोप है कि शादी के बाद रविवाद की सुबह वह अपनी दुल्हन और परिवार के साथ पूजा करने के लिए पैतृक गांव आरी गया हुआ था। पूजा के लिए वह देवी के मंदिर में अंदर घुसा तभी यह देख वहां उच्च जाति के ग्रामीण पहुंच गये और गाली-गलौज करते हुए उन्हें धक्का देकर मंदिर से बाहर निकाल दिया।
विरोध करने पर बनाया बंधक
इसका विरोध करने पर उन्होंनें दूल्हा-दुल्हन समेत परिवार को बंधक बना लिया। साथ ही धमकाते हुए कहा कि वह दलित हैं वह मंदिर में नहीं आ सकते हैं। पिछले 20 सालों से कोई भी दलित मंदिर में नहीं आ सका है। उनकी हिम्मत कैसे हुई। यह देख कुछ लोगों ने यूपी-100 पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही यूपी-100 पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक दूल्हा-दुल्हन समेत परिवार को मुक्त कराया।
पुलिस ने क्या बताया?
साथ आरोपी पक्ष के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर थाने की पुलिस को सूचना दी। पीड़ित दूल्हा अपने परिवार के साथ थाने की पुलिस के पास पहुंचा जहां मामले की जानकारी ली गई। वहीं जब पुलिस ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मामला परिवार का एक व्यक्ति मंदिर में चप्पल पहनकर चला गया था तो मंदिर के पुजारी ने उसे भगाया था दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
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