भाजपा विधायक ने खोली सरकार के दावों की पोल, हाईकमान तक मचा हड़कंप
Jhansi News, झांसी। 2019 के लोकसभा चुनाव समाप्त होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में बिजली संकट भी उत्पन्न हो गया है। जैस-जैस गर्मी का पारा ऊपर चढ़ता गया, राज्य शहरों और गांवों में अघोषित बिजली कटौती बढ़ती गई। आलम यह है कि अब लोगों का गर्मी में जीना और मुहाल हो गया। वहीं, झांसी के बबीना विधायक द्वारा हाईकमान को लिखी चिट्ठियां खासी चर्चा का विषय बनी हुई है।
भाजपा विधायक ने लिखा पत्र
भाजपा के बबीना विधानसभा से विधायक राजीव सिंह पारीछा ने क्षेत्र में बढ़ती बिजली कटौती और पेयजल का मुद्दा उठाया है। विधायक राजीव सिंह ने ऊर्जी मंत्री को चिट्ठी लिखकर अपनी ही सरकार में अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पत्र में कहा, भाजपा की लोकप्रिय सरकार के निर्देश पर संपूर्ण उत्तर प्रदेश में विद्युत आपूर्ति व कटौती का समय निर्धारित कर जनता को काफी राहत प्रदान करने का जनप्रिय कार्य किया गया है। इसके बावजूद झांसी जिले में विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता व लाइन मैन आदि की सांठगांठ से विद्युत उपभोक्ताओं का बड़े पैमाने पर शोषण किया जा रहा है।
बिजली कटौती हो रही है समस्या
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा घोषित विद्युत कटौती के समय के अतिरिक्त भी असमय विद्युत कटौती की जा रही है। इससे भीषण गर्मी में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा अधिकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों व टूटे तारों को बदलने में काफी समय लिया जा रहा है। खराब ट्रांसफार्मरों को निर्धारित समय से न बदलकर अधिक समय में बदला जा रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं द्वारा टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे लोगों में रोष उत्पन्न होने से सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
पेयजल का भी उठा चुके है मुद्दा
विधानसभा क्षेत्र में पानी की समस्या का जिक्र करते हुए भाजपा विधायक ने लिखा है कि क्षेत्र के अधिकांश गांवों, नगर पालिका एवं नगर पंचायत के क्षेत्रों में भूगर्भ जल का स्तर काफी नीचे चला गया है। इससे अधिकांश कुएं, हैंडपंप व प्राकृतिक जल स्रोत सूख चुके हैं। भीषण गर्मी में क्षेत्रवासी पेयजल के संकट से जूझ रहे हैं। गांवों की बहन-बेटियों को पेयजल के लिए कई किलोमीटर पैदल जाना पड़ रहा है। विधायक का कहना है कि उन्होंने खुद क्षेत्र भ्रमण के दौरान इस भीषण समस्या को देखा है। मसहूस किया है। प्रशासन ने पिछली बार विधानसभा क्षेत्र में टैंकरों द्वारा पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की थी। इस बार अब तक यह व्यवस्था लागू नहीं की गई है। इसलिए जल्द ही टैंकरों द्वारा जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।