पुष्पेंद्र एनकाउंटर केस: परिवार से मिलने झांसी पहुंचे अखिलेश यादव
झांसी। 6 अक्टूबर को झांसी जिले में हुए पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करगुआ खुर्द गांव पहुंचे। इस दौरान अखिलेश यादव ने पुष्पेंद्र के परिजनों से मुलाकात की और ढाढस बंधाया। इस दौरान घर के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती रही। अखिलेश के पहुंचते ही वहां मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाकर पुष्पेंद्र के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की। इस दौरान पुलिस ने गुस्साए ग्रामीणों को बैरिकेडिंग लगा कर स्थिति को काबू में किया।
पुलिस
ने
किया
था
ये
दावा
6
अक्टूबर
को
झांसी
पुलिस
एनकाउंटर
मामले
गए
पुष्पेंद्र
यादव
के
बारे
में
पुलिस
ने
ट्वीट
कर
अहम
जानकारी
साझा
की
है।
पुलिस
का
दावा
है
कि
एनकाउंटर
से
पहले
पुष्पेंद्र
के
खिलाफ
दो
मुकदमे
दर्ज
थे,
यही
नहीं
उसके
ट्रक
का
अवैध
खनन
में
दो
बार
चालान
भी
हो
चुका
था।
पुलिस
के
अनुसार
एनकाउंटर
से
पहले
पुष्पेंद्र
पर
दो
मुकदमे
दर्ज
थे,
इनमें
2014
में
एक
मुकदमा
मारपीट
और
गालीगलौज
का
था।
वहीं
2015
में
महिला
भगा
ले
जाने
का
एक
मुकदमा
दर्ज
हुआ।
दोनों
ही
मुकदमों
के
बाद
पुष्पेंद्र
पर
निरोधात्मक
कार्रवाई
हुई
थी।
तेज
बहादुर
को
भेजा
जेल
इससे
पहले
पुलिस
ने
पुष्पेंद्र
यादव
मामले
में
वाराणसी
से
पीएम
मोदी
के
खिलाफ
चुनाव
लड़ने
की
घोषणा
के
बाद
सुर्खियों
में
आए
फौजी
तेज
बहादुर
समेत
40
प्रदर्शनकारियों
को
जेल
भेज
दिया
है।
40
प्रदर्शनकारियों
को
जेल
भेजने
की
कार्रवाई
अखिलेश
यादव
के
वहां
आने
से
कुछ
घंटे
पहले
की
गई
थी।
इस
कार्रवाई
के
पीछे
प्रशासन
ने
सुरक्षा
व्यवस्था
कायम
रखने
का
तर्क
दिया
है।
हिरासत
में
लिए
हुए
सभी
प्रदर्शनकारियों
को
झांसी
जिला
जेल
भेज
दिया
गया
है।
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