यूपी उपचुनाव परिणाम 2020: जौनपुर की मल्हनी सीट पर धनंजय सिंह को पछाड़ सपा के लकी यादव ने दर्ज की जीत
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मल्हनी विधानसभा पर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के लकी यादव जीत गए हैं। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी धनंजय सिंह को 4400 से ज्यादा मतों से हराया है। फिलहाल, आधिकारिक घोषण नहीं हुई है। वीवी पैट की पर्चियों का मिलान किया जा रहा है। सपा के लकी यादव को 72918 वोट मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी धनंजय सिंह 68431 वोट मिले हैं। तीसरे नंबर पर बीजेपी के मनोज कुमार सिंह हैं, इन्हें 28818 वोट मिले हैं। वहीं बसपा के जय प्रकाश दुबे चौथे नंबर पर हैं, जिन्हें 25142 वोट मिले हैं। बता दें, मल्हनी सीट से 16 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। 977 लोगों ने नोटा का बटन दबाया है।
निर्दल उम्मीदवार धनंजय सिंह से थी लकी यादव की टक्कर
बता दें, नए परिसीमन के बाद वर्ष 2012 से अस्तित्व में आया जौनपुर जिले का मल्हनी विधानसभा क्षेत्र पहले रारी के नाम से जाना जाता था। यहां अब तक हुए चुनावों में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड समाजवादी पार्टी के पारसनाथ यादव के नाम पर है। वहीं, सबसे कम अंतर से चुनाव जीतने वाले राजबहादुर हैं। मल्हनी में कुल 16 प्रत्याशी मैदान में थे। भाजपा से मनोज सिंह, सपा से लकी यादव और निर्दल उम्मीदवार बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के बीच मुख्य लड़ाई थी। इनके अलावा बसपा से जयप्रकाश दुबे, कांग्रेस से राकेश मिश्रा सहित अन्य 11 उम्मीदवार भी थे।
कौन हैं धनंजय सिंह?
धनंजय सिंह का जन्म बंसफा गांव में 20 अक्टूबर 1972 में हुआ था। धनंजय सिंह ने साल 2002 में पहली बार निर्दल प्रत्याशी के रूप में रारी विधानसभा से चुनाव जीता था। साल 2007 में जनता दल (यू) से दोबारा सपा के लाल बहादुर यादव को हराकर जीत दर्ज की। इसके बाद बसपा ने चुनावी दांव खेलते हुए साल 2009 में धनंजय सिंह को जौनपुर सदर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया। यहां भी धनंजय सिंह ने भारी मतों से जीत दर्ज किया। वर्ष 2009 में ही रारी विधानसभा के उपचुनाव में अपने पिता राजदेव सिंह को बसपा से जिताकर सदन तक पहुंचाया।
बसपा ने पार्टी से बाहर कर जेल भेजा
सीट बंटवारे को लेकर हुए मनमुटाव के बाद बसपा ने धनंजय को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया। यही नहीं उन्हें जेल भी भेजा। जेल में रहते हुए धनंजय सिंह ने 2012 में अपनी पत्नी डॉ. जागृति सिंह को नवसृजित मल्हनी विधानसभा से निर्दल चुनाव लड़ाया, लेकिन वह चुनाव हार गईं। साल 2017 में बीजेपी की लहर में निर्दल प्रत्याशी के रूप में खुद धनंजय सिंह चुनाव जीत नहीं सके।
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