जौनपुर का लाल पुलवामा में शहीद, 7 माह के बेटे से मिलने आने वाले थे घर, मां से किया था ये वादा
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर के फौजी जिलाजीत यादव ने घर से ड्यूटी पर लौटते वक्त मां से वादा किया था जल्द लौटकर आऊंगा। हाल ही पत्नी से बात हुई तो बोले थे कि 7 माह के बेटे की बहुत याद आती है। मिलने का मन करता है। अब जन्माष्टमी के अगले दिन जिलाजीत यादव अपना वादा निभा रहे हैं। घर आ रहे हैं, मगर खामोश होकर। तिरंगे में लिपटकर और सबसे हमेशा-हमेशा के लिए जुदा होकर। जिलाजीत यादव पुलवामा में बुधवार को शहीद हो गए।बेटे की शहादत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। जिलाजीत की पत्नी और मां बेसुध हो गईं। जिलाजीत परिवार की इकलौते बेटे थे। शहादत की खबर मिलते ही गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई। शहीद का पर्थिव शरीर गुरुवार को आ सकता है।
2014 में सेना में भर्ती हुए थे जिलाजीत यादव
26 वर्षीय जिलाजीत यादव जौनपुर के धौरहरा इजरी बहादुरपुर पास स्थित सिरकोनी के निवासी थे। जिलाजीत के पिता कांता प्रसाद यादव का दो साल पहले निधन हो चुका है। घर पर मां उर्मिला और पत्नी पूनम और सात माह के बेटा है। जिलाजीत अपने मासूम बेटे से मिलने आने वाले थे। जिलाजीत के चाचा राम इकबाल यादव, जवाहर यादव भी साथ रहते हैं। जिलाजीत की दो बहनें हैं। जिलाजीत सरस्वती निकेतन इंटर कॉलेज बैरीपुर सिरकोनी से इंटरमीडिएट किया था। इसके बाद साल 2014 में वह सेना में भर्ती हो गए थे। वह आरआर-53 बटालियन में वह पुलवामा में पोस्टेड थे। वह सिपाही पद पर तैनात थे।
मुठभेड़ में मारा गया आतंकवादी
बता दें, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। मारे गए आतंकी की पहचान हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर आजाद ललहारी के रूप में हुई है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि आजाद ललहारी के खिलाफ छह प्राथमिकी दर्ज थीं। डीजीपी ने आगे कहा, "वह 22 मई को पुलवामा शहर में हेड कांस्टेबल अनूप सिंह की हत्या में भी शामिल था।" उन्होंने कहा किा ललहारी ने हिजबुल के एक ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में शुरुआत की थी, जिसके लिए उसे सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। पीएसए नजरबंदी खत्म करने के बाद वह हिजबुल रैंक में शामिल हो गया था।
घायल जिलाजीत यादव ने अस्तपाल में तोड़ा दम
अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाबलों को पुलवामा के कामराजीपोरा गांव के एक बाग में आतंकवादियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी, जवाबी कार्रवाई में आतंकवादी मारा गया। वहीं, दो जवान भी घायल हुए, जिन्हें सेना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल एक जवान ने दम तोड़ दिया। मुठभेड़ स्थल से एक एके राइफल और कुछ ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
पुलवामा मुठभेड़ में सेना को बड़ी कामयाबी, हिजबुल का टॉप कमांडर ढेर