बाहुबली नेता धनंजय सिंह 110 दिन बाद हुए जेल से रिहा, समर्थकों के बीच जताई ये इच्छा
जौनपुर। पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह 110 दिनों के बाद जेल से रिहा हो गए हैं। हाईकोर्ट ने गुरुवार को धनंजय सिंह को शर्तों के साथ जमानत दी थी। धनंजय सिंह की रिहाई होते ही उनके समर्थकों का हुजूम जेल पर उमड़ पड़ा। जेल से बाहर आते ही धनंजय सिंह ने मीडिया से बातचीत की। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मल्हनी सीट से विधानसभा उपचुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की।
बता दें कि बीते 10 मई को प्रॉजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह व उनके सहयोगी संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अभिनव सिंघल ने थाने में धनंजय सिंह के खिलाफ तहरीर देकर रंगदारी मांगने और न देने पर अपहरण करने के साथ जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धनंजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में हाई कोर्ट ने गुरुवार को शर्तों के साथ धनंजय को जमानत दी थी।
जमानत की मंजूरी का आदेश शुक्रवार को जिला न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने एक लाख रुपए के बॉन्ड पेपर पर पूर्व सांसद को रिहा करने का आदेश दिया। इसके बाद शाम को धनंजय जेल से बाहर आए, जहां पहले से ही समर्थकों का हुजूम उनका इंतजार कर रहा था। जेल से बाहर आने के बाद धनंजय ने मीडिया से बातचीत में खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि नमामि गंगे प्रॉजेक्ट के कार्यों में भारी धांधली की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जनता का पैसा लूटने वाली कंपनियों ने अधिकारियों को गुमराह करके साजिशन मुझे जेल भेजवाया। इसके बाद धनंजय शीतला चौकिया पहुंचकर दर्शन किया और फिर अपने घर चले गए। वहीं जिले की मल्हनी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने के सवाल पर धनंजय ने कहा कि अगर निषाद पार्टी चुनाव लड़ाएगी, तो वह जरूर लड़ेंगे। उन्होंने कहा, 'बीजेपी-निषाद पार्टी के गठबंधन के तहत जौनपुर लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में गई थी। इसलिए मैंने चुनाव हीं लड़ा। लेकिन मल्हनी विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी रनरअप रही है। इसलिए यहां से पार्टी की दावेदारी बनती है। अगर पार्टी की तरफ से निर्देश हुआ, तो मैं मैदान में उतरुंगा।'