'बिहार में का बा' वाली Neha Singh Rathore के खिलाफ जौनपुर में दर्ज हुआ केस, यह है आरोप
Jaunpur News, जौनपुर। 'बिहार में का बा' गीत गाकर चर्चा में आईं लोकगायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathor) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में लड़कियों और महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ है। दरअसल, नेहा के गाने 'चला देखि आई जौनपुर के बीएड कॉलेज' को आपत्तिजनक बताते हुए एसीजेएम चतुर्थ की कोर्ट में मुकदमा दायर हुआ, जिस पर 20 फरवरी को सुनवाई होगी। इससे पहले भी नेहा सिंह ने अपने गाने में पूरब के ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) पर आधारहीन आरोप लगाए थे।
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लोकगायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathor) को रवि प्रकाश पाल, धनंजय तिवारी और प्रमोद यादव ने पिछले महीने रजिस्टर्ड डाक के जरिए लीगल नोटिस भेजा था। नोटिस में 15 दिन के अंदर जौनपुरवासियों से लिखित में माफी मांगने और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की बात कही गई थी। ऐसा न करने पर मानहानि के लिए न्यायालय में केस दाखिल करने की बात कही गई। लोकगायिका नेहा सिंह राठौर की तरफ से कोई जवाब न मिलने पर बरसठी के पुरेसवा निवासी रवि प्रकाश पाल की ओर से मुकदमा दायर किया गया है। तो वहीं, कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 20 फरवरी की तारीख नियत की है।
क्या
है
पूरा
मामला
लोकगायिका
नेहा
सिंह
राठौर
पर
आरोप
है
कि
उन्होंने
अपने
गाने
में
आपत्तिजनक
शब्दों
का
इस्तेमाल
किया
और
इसे
सोशल
मीडिया
पर
प्रमोट
किया
गया।
गाने
की
शैली
और
भाव
भंगिमा
का
भी
इस्तेमाल
हुआ।
गाने
से
बीएड
करने
वाली
लड़कियों
और
महिलाओं
के
बारे
में
अपमानजनक
शब्द
कहे
गए
हैं।
इससे
महिलाओं
की
गरिमा
को
नुकसान
पहुंचा
है।
मामले
के
वादी
धनंजय
तिवारी
और
प्रमोद
यादव
ने
आरोप
लगाया
कि
पब्लिसिटी
स्टंट
के
लिए
गाने
में
अनर्गल,
बेबुनियाद,
मिथ्या
और
आधारहीन
शब्दों
का
इस्तेमाल
हुआ
है।
इससे
पहले
भी
हो
चुका
है
विवाद
नेहा
सिंह
राठौर
के
गाने
को
लेकर
विवाद
का
यह
कोई
पहला
मामला
नहीं
है।
इससे
पहले
भी
नेहा
सिंह
राठौर
ने
अपने
गाने
से
ऐतिहासिक
इलाहाबाद
विश्वविद्यालय
को
निशाना
बनाया
था।
नेहा
ने
अपने
गीत
में
इलाहाबाद
के
छात्रों
को
बम,
कट्टा,
झगड़ा
कर
के
कर्नल
गंज
से
कटरा
तक
परेशान
करने
वाला
बताया
गया
था।
इतना
ही
नहीं,
इलाहाबाद
विश्वविद्यालय
में
एडमिशन
लेने
की
वजह
सिर्फ
चुनाव
लड़ना
ही
गायिका
की
ओर
से
बताया
गया
था।
नेहा
के
इस
गाने
का
काफी
विरोध
हुआ
था।
तो
वहीं,
इस
लोकगीत
को
कुछ
छात्रों
ने
शेयर
कर
अपना
समर्थन
भी
दिया
था।