वैष्णो देवी यात्रा: त्रिकुटा जंगल में लगी आग से फैला धुआं, एहतियातन बंद की गई यात्रा और बैटरी कार सेवा
वैष्णो देवी यात्रा: त्रिकुटा जंगल में लगी आग से फैला धुआं, एहतियातन बंद की गई यात्रा और बैटरी कार सेवा
कटड़ा, 18 मई: अगर आप भी माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जा रहा है तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। दरअसल, त्रिकुटा पर्वत के घने जंगलों में आग लगी हुई हैं। जंगल में आग लगने के कारण माता वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं की परेशानी देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एहतियातन तौर पर नए ट्रैक (मार्ग) पर यात्रा और बैटरी कार सेवा को निलंबित कर दिया।
त्रिकुटा पर्वत के जंगल में शनिवार को लग गई थी आग
आपको बता दें कि माता वैष्णो देवी त्रिकुटा पर्वत पर निवास करती है और यही पर देवी का भवन बना हुआ है। जहां श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में हर रोज पहुंचते है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ दी गई जानकारी के मुताबिक, त्रिकुटा पर्वत पर सूरजकुंड क्षेत्र के जंगल में शनिवार शाम को आग फैल गई थी। रविवार देर शाम तक आग ने पांच किलोमीटर से भी अधिक वन क्षेत्र को चपेट में ले लिया था।
धुआ बना था तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी का सबब
ऐसा बताया जा रहा है कि 600 से अधिक वन विभाग, फोरेस्ट प्रोटेक्शन फोर्स, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, आपदा प्रबंधन दल, वन विभाग और दमकल कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हैं और काफी हद तक आग पर काबू पा लिया गया है। लेकिन, कही-कही आग अभी भी लगी हुई है। उधर, तेज हवाओं चलते धुएं के गुबार तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं।
यात्रा और बैटरी कार सेवा को किया गया निलंबित
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आज (18 मई) तेज हवाओं और कम दृश्यता के कारण एहतियात के तौर पर नए ट्रैक (मार्ग) पर यात्रा और बैटरी कार सेवा को निलंबित कर दिया। पारंपरिक ट्रैक (मार्ग) के माध्यम से यात्रा जारी है।
वन संपदा को हुआ नुक्सान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यात्रा मार्ग से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर आग भड़की है। जंगल में चीड़ और देवदार के पेड़ अधिक हैं। तेज हवा के चलते धुआं यात्रा मार्ग तक पहुंच रहा है। बहुमूल्य वन संपदा आग में राख हो गई हैं। श्राइन बोर्ड और जिला प्रशासन के अधिकारी आग के बढ़ते दायरे पर नजर रखे हुए है।