कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या पर सड़कों पर उतरे लोग, संजय राउत ने साधा BJP पर निशाना
नई दिल्ली, 13 मई: कश्मीर घाटी में सेना से मात खाने के बाद अब आतंकी निहत्थे नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। गुरुवार को आतंकियों ने बडगाम में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या कर दी। जिसके बाद से इलाके में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसके साथ ही पूरे जम्मू-कश्मीर में इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा। बडगाम में तो प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े।

जानकारी के मुताबिक कश्मीरी पंडितों की हालिया हत्याओं के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। जब प्रदर्शनकारी बडगाम में एयरपोर्ट रोड की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उनसे रुकने की अपील की। फिर उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। इसके बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारी एसोसिएशन ने अनंतनाग में भी प्रदर्शन शुरू कर दिया। कई अन्य जिला और तहसील मुख्यालयों पर भी प्रदर्शन की खबर है। केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।
कश्मीरी पंडित कर्मचारी एसोसिएशन के सदस्य संदीप भट ने कहा कि हमारी मांग साफ है कि सरकार हमें उन जगहों पर फिर से बसाए जहां से हम पुनर्वासित हुए थे। इसके अलावा कश्मीरी पंडितों की हत्या करने वाले आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। वहीं कश्मीरी पंडित अमित ने कहा कि वो एलजी प्रशासन से सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग कर रहे हैं, अगर ऐसा नहीं हुआ तो कश्मीरी पंडित सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
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राजनीतिक पार्टियों ने साधा निशाना
वहीं दूसरी ओर कश्मीरी पंडितों की हत्या पर सियासत भी शुरू हो गई है। मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ना जाने कितने कश्मीरी पंडित पिछले 7 साल में कश्मीर लौटे। इस पर गृह मंत्रालय को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद भी कश्मीरी पंडित नहीं लौट रहे और कश्मीर में रहने वाले सुरक्षित नहीं हैं, तो केंद्र को कड़े फैसले लेने की जरूरत है।