लद्दाख में खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति की द्रास यात्रा रद्द, अब बारामूला में शहीदों को देंगे श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, जुलाई 26। 22वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बारामूला के वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। आपको बता दें कि आज कारगिल विजय दिवस के 22 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति जम्मू कश्मीर में हैं और उन्होंने सोमवार को युद्ध स्मारक पर कारगिल में शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहले द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए जाने वाले थे, लेकिन लद्दाख में खराब मौसम के कारण उनकी इस यात्रा को रद्द कर दिया गया।
Jammu & Kashmir: On #KargilVijayDiwas, President Ram Nath Kovind laid a wreath at the Dagger War Memorial, Baramulla to pay tributes to all soldiers who sacrificed their lives in defending the nation pic.twitter.com/Tif73fguPZ
— ANI (@ANI) July 26, 2021
4 दिन के जम्मू कश्मीर और लद्दाख के दौरे पर हैं रामनाथ कोविंद
आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को जम्मू कश्मीर पहुंचे थे। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उनका स्वागत किया था। राष्ट्रपति 28 जुलाई तक जम्मू कश्मीर में रहेंगे। आज राष्ट्रपति का कार्यक्रम द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पहुंचने का था, लेकिन जोजिला में मौसम खराब होने की वजह से उनकी यात्रा को रद्द कर दिया गया है। रामनाथ कोविंद सुबह 10 बजे के करीब वॉर मेमोरियल पहुंचने वाले थे, लेकिन अब वो बारामूला में ही वॉर मेमोरियल से शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।
2019 में भी खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति की यात्रा हुई थी रद्द
बता दें कि 2019 में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कारगिल विजय दिवस के कार्यक्रम में ही शामिल होने के लिए द्रास जाने वाले थे, लेकिन उस वक्त भी खराब मौसम के कारण उनकी यात्रा को रद्द कर दिया गया था। बाद में उन्होंने श्रीनगर के बादामीबाग में सेना के 15 कोर हेडक्वार्टर में एक युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।
बता दें कि देश आज 22वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। 26 जुलाई 1999 को ही भारत ने कारगिल में पाकिस्तान को युद्ध में हराया था। 3 मई 1999 से शुरू हुई जंग 26 जुलाई तक चली थी।
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