जम्मू-कश्मीर पुलिस के DGP का बयान, आतंकी संगठनों को ड्रोन के जरिए गोला बारूद पहुंचा रहा है पाकिस्तान
श्रीनगर, जुलाई 25। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को बताया कि सीमा पार से पाकिस्तान घाटी में आतंकियों को ड्रोन के जरिए हथियार और गोला-बारूद मुहैया करा रहा है। डीजीपी दिलबाग सिंह 23 जुलाई की उस घटना के बारे में जानकारी दे रहे थे, जिसमें अखनूर सेक्टर में सुरक्षाबलों ने एक ड्रोन को मार गिराया था। इस ड्रोन के साथ सुरक्षाबलों को सील पैक IED भी मिला था। डीजीपी ने बताया कि आतंकी इस IED का इस्तेमाल जम्मू के एक भीड़भाड़ वाले इलाके में करने वाले थे। डीजीपी ने कहा कि ये घटना दिखाती है कि पाकिस्तान अब अलग-अलग आतंकी संगठनों को सप्लाई लाइन बनाए रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है।
गोला-बारूद और हथियारों की कमी से जूझ रहे हैं आतंकी संगठन
दिलबाग सिंह ने बताया कि घाटी में इस वक्त लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन गोला बारूद की कमी से जूझ रहे हैं और उसी कमी को दूर करने के लिए पाकिस्तान ड्रोन के जरिए गोला-बारूद की सप्लाई कर रहा है। दिलबाग सिंह ने कहा कि पिछले साल सितंबर से हम ये देख रहे हैं कि पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियां आतंकवादी संगठनों की मांगों को पूरा करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
5 किलो IED के साथ मार गिराया था ड्रोन
दिलबाग सिंह ने बताया कि 23 जुलाई को सुरक्षाबलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू क्षेत्र के कनाचक इलाके में पाकिस्तान से आए एक हेक्साकॉप्टर को मार गिराने में कामयाबी हासिल की थी। उस ड्रोन के साथ पांच किलो वजन का एक IED था, जो इस्तेमाल के लिए लगभग तैयार था और खुफिया सूत्रों के अनुसार ये डिवाइस जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह जम्मू में भीड़-भाड़ वाली जगह पर अधिकतम हताहत करने के लिए इसे ट्रिगर करना चाहता था।
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