अमरनाथ यात्रा को लेकर गाइडलाइन जारी: आधार कार्ड के अलावा ये दस्तावेज जरूरी, जानें नियम
नई दिल्ली, 28 जून: अमरनाथ यात्रा पर निकलने वाले तीर्थयात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी कर दिए गए हैं। तीर्थयात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपना आधार कार्ड या कोई अन्य बायोमेट्रिक सत्यापित सरकारी आईडी कार्ड लेकर जाएं। दक्षिण कश्मीर के ऊपरी इलाकों में स्थित गुफा मंदिर की तीर्थ यात्रा में लगभग तीन लाख तीर्थयात्रियों के भाग लेने की संभावना है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीशवार कुमार ने कहा है कि अमरनाथ यात्रियों के लिए दोनों आधार शिविरों में डीआरडीओ अस्पताल तैयार है। हमने तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की है। तीर्थयात्रियों के लिए लंगर, चिकित्सा, संचार और स्वच्छता की सुविधा यहां की गई है।

ऑनलाइन रजिस्ट्र्रेशन हो चुकी शुरू
अमरनाथ यात्रा को लेकर ऑनलाइन पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुका है। तीर्थयात्रा 30 जून से 11 अगस्त के बीच 43 दिनों तक चलने वाली है। इस वर्ष तीर्थयात्री यात्रा के लिए सीधे श्रीनगर से हेलीकॉप्टर सेवा का भी लाभ उठा सकते हैं।

लंगर को लेकर दी गई ये जानकारी
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीशवार कुमार ने कहा है कि लंगर एक दिन में 1.5 लाख से अधिक भोजन परोसेगा और 38 लंगर संगठनों को इस बार परोसने की अनुमति दी गई है। वहीं बालटाल आधार शिविर में, तीर्थयात्रियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 70 बिस्तरों वाला डीआरडीओ अस्पताल स्थापित किया गया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित अस्पताल में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सुविधाएं, सामान्य और ऑक्सीजन युक्त वार्ड, ओपीडी, आईसीयू, फार्मेसी और एक प्रयोगशाला होगी।

जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल ने भी कही ये बात
इस बीच जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों की समीक्षा की है। इसके अलावा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने संभागीय आयुक्त जम्मू, रमेश कुमार, उपायुक्त जम्मू अवनी लवासा, एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, ''बाबा अमरनाथ यात्रा जल्द ही शुरू होगी और सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण रहेगी। इस यात्रा पर लाखों लोग निर्भर हैं और यहां के सभी लोग यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं।"
उपराज्यपाल द्वारा दूरसंचार कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य देखभाल, अग्नि सुरक्षा, बिजली और पानी की आपूर्ति, मौसम पूर्वानुमान, लंगर प्रबंधन, स्वच्छता, आवास और आपदा प्रबंधन की विस्तृत योजनाओं की समीक्षा की गई है।