अलीगढ़-हमीरपुर के बाद जालौन में 8 साल की बच्ची के साध दरिंदगी, इस हाल में मिला शव
जालौन। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हमीरपुर जैसी घटना अब जालौन में भी सामने आई है। यहां 8 साल की बच्ची का अपहरण कर उसकी सलवार से गला दबाकर हत्या कर दी गई। रविवार सुबह गांव के बाहर खेत में उसका अर्द्धनग्न हालत में शव मिला। ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या की गई। घटना से इलाके में तनाव है। बता दें घटना के बाद झांसी डीआइजी सुभाष चंद्र बघेल व राज्य महिला आयोग कि सदस्य कंचन जायसवाल ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, घटना जालौन के कुठौंद थाना क्षेत्र के एक गांव की है। शनिवार शाम आठ साल की बच्ची घर के बाहर सहेलियों के साथ खेल रही थी। बच्ची को आंखों से कम दिखाई देता था और शाम ढलते ही वह अचानक लापता हो गई। वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। रविवार सुबह ग्रामीणों को उसका निर्वस्त्र शव खेत में कुलाबे के पास झाडिय़ों में पड़ा मिला। मौके के मंजर ने लोगों को झकझोर दिया। आशंका जताई जा रही है कि अपहरण कर बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की गई।
पुलिस पर फूटा लोगों का गुस्सा
घटना की जानकारी होते ही आसपास के गांव से लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। मौके पर आई पुलिस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। थोड़ी देर में सीओ सुबोध गौतम पहुंचे लोगों को शांत कराया। एसपी स्वामी प्रसाद ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की, उन्होंने बताया कि पिता की तहरीर पर गांव के मोतीलाल व जाहर सिंह के विरुद्ध हत्या कर शव छुपाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूरे तथ्यों के साथ घटना का जल्द पर्दाफाश किया जाएगा।
परिजनों से मिलीं राज्य महिला आयोग की सदस्य
वारदात की जानकारी होने के बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल भी गांव पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। बच्ची के घर पहुंचकर उन्होंने बदहवास मां को आरोपित पर सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया। डीआइजी और एसपी ने भी बच्ची के घर पहुंचकर मां व पिता से पूछताछ की।
दो लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद की मानें तो पुलिस ने मोतीलाल व जाहर सिंह को हिरासत में लिया है। मोतीलाल व जाहर सिंह की पृष्ठभूमि आपराधिक है। उन्होंने बताया कि अपहरण व दुष्कर्म के मुकदमे में आरोपित पहले भी जेल जा चुके हैं। दोनों निर्भय सिंह गुर्जर गिरोह के सामान्य सदस्य रहे हैं। हालांकि ज्यादातर ग्रामीण बच्ची की हत्या में उनका हाथ न होने की बात कह रहे हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।