जालंधर: आम आदमी पार्टी ने बजट को बताया जन विरोधी, कहा- उद्योग जगत हो जाएगा खत्म
जालंधर। आम आदमी पार्टी के शहरी जिला अध्यक्ष राजविंदर कौर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रिंसिपल प्रेम कुमार ने केंद्रीय बजट 2021 को जन विरोधी करार दिया है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है, उससे ये साबित हो गया है कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को छोटे व्यवसायों और आम जनता के लिए कोई चिंता नहीं है। AAP नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते आर्थिक बोझ के नीचे दबे छोटे उद्योगों को बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार ने इसके बजाय छोटे पैमाने के उद्योगों की ओर आंख मूंद ली। पार्टी ने कहा कि सरकार के इस बजट से जालंधर में चमड़ा उद्योग को काफी नुकसान होगा।
आयात शुल्क उद्योग को खत्म कर देगा- AAP
AAP नेताओं ने कहा कि केंद्रीय बजट से चमड़ा और खेल का सामान बनाने वाले उद्योंगों को कोई राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह कुछ नहीं बल्कि उस उद्योग के लिए बोझ होगा जो एक गंभीर संकट का सामना कर रहा था। नेताओं ने कहा कि फुटवियर उद्योग चमड़े के लिए आयात पर 90 प्रतिशत निर्भर था और बजट में गीले नीले चमड़े पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया गया था, यह कहते हुए कि पहले गीले नीले चमड़े पर कोई आयात शुल्क नहीं था। नेताओं ने कहा कि चमड़ा उद्योग गंभीर संकट का सामना कर रहा था और आयात शुल्क उद्योग को खत्म करने वाला था।
कृषि सेस से भी उद्योग जगत होगा प्रभावित- AAP
AAP नेताओं ने कहा कि लघु उद्योगों की इस तरह की उपेक्षा न केवल उद्योगों पर अधिक बोझ डालेगी बल्कि कर्मचारियों की नौकरियों को भी खतरे में डालेगी। नेताओं ने आगे कहा कि यह बजट मुद्रास्फीति के साथ-साथ आम आदमी की समस्याओं को बढ़ाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए सरकार द्वारा आज डीजल और पेट्रोल पर कृषि सेस लगाया जा रहा है जो उद्योग को और प्रभावित करेगा।