गलत ट्रेन में बैठ पटना की बजाय जयपुर पहुंची महिला, अब भाई बाइक लेकर 953 KM दूर से आ रहा लेने
जयपुर। बिहार की एक महिला गलत ट्रेन में बैठने के कारण पटना की जयपुर पहुंच गई, मगर इसके बाद जो हुआ वो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला था। कोरोना वायरस के खौफ की वजह से उसे जयपुर-कोटा के कोई रिश्तेदार घर में ठहराने को तैयार तक नहीं हुआ। ऐसे में महिला का भाई करीब एक हजार किलोमीटर से बाइक लेकर उसे वापस ले जाने को रवाना हुआ है।
हुआ यूं कि पटना निवासी अस्मिता अपनी चार साल की बेटी के साथ पीहर नागपुर गई थी। रविवार शाम को वह नागपुर से लौट रही थी। उसने बागमति एक्सप्रेस में नागपुर से पटना का स्लीपर श्रेणी में टिकट बुक कराया। नागपुर स्टेशन पहुंचने के बाद वह गलती से मैसूर-जयपुर एक्सप्रेस में चढ़ गई। कोच में ज्यादा लोग नहीं थे।
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ऐसे में वह बच्ची के साथ टिकट में अलॉट हुई बर्थ पर सो गई। कोई टीटीई भी कोच चैक करने नहीं आया। सुबह आंख खुली तो ट्रेन जयपुर स्टेशन पर खड़ी थी। वह बच्ची को लेकर उतर गई। इस दौरान स्टेशन पर तैनात आरपीएफ हैड कानिस्टेबल ममता और अशोक कुमार उससे पूछताछ की। तब गलत ट्रेन का पता लगा। इस पर स्टेशन सुपरिंटेंडेंट डीएल तनेजा, आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार ने उसे पनाह दी।
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अस्मिता को स्टेशन स्थित रेस्ट रूम में ठहराकर उसे खाना खिलाया गया। घर से ही बच्ची के दूध भी मंगवाकर पिलाया। इसके बाद अस्मिता ने नागपुर में भाई रितेश को फोन कर इसकी सूचना दी और रोने लगी। इसके बाद स्टेशन सुपरिंटेंडेंट डीएल तनेजा ने रितेश से बात की और मामला समझाया। अब रितेश सुबह 10 बजे नागपुर से बाइक पर जयपुर के लिए रवाना हो गया है। जयपुर से नागपुर करीब 953 किमी दूर है। इसे तय करने में 28-30 घंटे लगते हैं। रास्ते में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व राजस्थान के बॉर्डर आते हैं।