सचिन पायलट बोले-पार्टी आलाकमान से नहीं हो रही बातचीत, गुट का दावा-गहलोत के पास सिर्फ 84 MLA
जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की कथित कोशिशें उजागर होने के बाद राजनीतिक तस्वीर तेजी से बदल रही है। पूछताछ के लिए एसओजी का नोटिस मिलने से नाराज उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। समर्थक विधायकों को भी होटलों में ठहराने जाने की बात सामने आ रही है।
उधर, राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर विधायक दल की बैठक हुई, जिससे में समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 107 विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद अशोक गहलोत ने रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडे समेत अन्य नेताओं के साथ विक्ट्री के निशान में तस्वीर खिंचवाते नजर आए।
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कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान और अशोक गहलोत में पूरा भरोसा जताया। इन विधायकों ने कांग्रेस सरकार या पार्टी विरोधी गतिविधि में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लिप्त विधायकों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का प्रस्ताव पारित किया है। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव के बहाने सचिन पायलट को कड़ा संदेश देने की कोशिश भी गहलोत समर्थकों की ओर से की गई है।
इधर, सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी आलाकमान से उनकी कोई बातचीत नहीं हो रही है और न ही उन्होंने राजस्थान के सियासी संकट को लेकर पार्टी हाई कमाने के सामने कोई शर्त रखी है। इस बीच पायलट गुट का दावा है कि अशोक गहलोत की सरकार के पास महज 84 विधायकों का समर्थन है। शेष विधायक पायलट के साथ हैं।