RLP अपने दम पर लड़ेगी जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य चुनाव, NDA से नहीं होगा गठबंधन
नागौर। राजस्थान में छह नगर निगमों में चुनाव के बीच जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के चुनावों की भी घोषणा हो चुकी है। राजस्थान में तीसरे दल के रूप में उभरी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी यानी आरएलपी ने सदस्यों का चुनाव अपने दम पर लड़ने की घोषणा की है। जयपुर में मीडिया से बातचीत में नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य चुनाव में अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है।
सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य चुनाव में आरएलपी का उन क्षेत्रों में फोकस रहेगा, जहां पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 और लोकसभा चुनाव 2020 में बढ़त बनाई है। मारवाड़ क्षेत्र के अलावा शेखावाटी अंचल और उससे लगते आस-पास के क्षेत्रों में भी ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार उतारेंगे।
राजस्थान पंचायत चुनाव 2020 : अब 21 जिलों में चुने जाएंगे जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य
बता दें कि राजस्थान प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 से एक माह पहले अस्तित्व में आने वाली आरएलपी के प्रत्याशियों ने नागौर जिले के खींवसर, मेड़ता और भोपालगढ विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की थी। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र जायल और बायतू में पार्टी दूसरे स्थान पर रही थी। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा से गठबंधन करके चुनाव लड़ा था और हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद से बने थे।