राज्यसभा चुनाव 2020 : राजस्थान में 'सियासी क्वारंटाइन', कोरोना के बाद अब 'तोड़ो'ना का खौफ
जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की 3 सीटों पर 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव 2020 को लेकर सरगर्मी तेज हो चुकी है। कोरोना काल में सियासी क्वारंटाइन की खबरें आ रही हैं। अब पार्टियों में कोरोना के साथ-साथ 'तोड़ो' ना का खौफ देखा जा सकता है। शायद यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी की है। बुधवार देर शाम तक सीएमआर में विधायक दल की बैठक चली। बैठक खत्म होने के बाद इन्हें शिव विलास होटल में ठहराया गया है।
19 जून तक यहीं ठहर सकते हैं विधायक
बताया जा रहा है कि 19 जून तक इन विधायकों को इसी होटल में ठहराया जा सकता है। वहीं, इस पर इन सभी विधायकों का कहना है कि राजस्थान प्रदेश नेतृत्व की ओर से जो निर्णय लिया जाएगा। वह हम सभी के लिए मान्य होगा। विधायकों से मीटिंग के बाद सीएम अशोक गहलोत मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने कहा कि इस बात का मुझे गर्व है कि मैं इस राजस्थान की धरती पर मुख्यमंत्री हूँ। जिस धरती के लाल ऐसे हैं, जो बिना सौदे के और बिना लोभ-लालच के सरकार का साथ देते हैं।
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ये तो सबका आपस में मिलने का कार्यक्रम था
सीएम गहलोत ने कहा कि सबको मालूम है जिस प्रकार से कभी कर्नाटक, कभी मध्यप्रदेश, कभी महाराष्ट्र, राजस्थान में चर्चाएं चलती रहती हैं। सब की इच्छा थी। लॉकडाउन में सभी रहे थे अपने जिलों के अंदर। क्षेत्रों में रहे थे, तो अच्छा हुआ हम सब लोग आपस में मिल लिए। ये प्रोग्राम बना, हम सब आज बैठे, बातचीत करी, हमारे पर्यवेक्षक आए। वो भी साथ बैठे। अच्छी बातचीत हुई। सबने अपनी अपनी भावना व्यक्त की और यह एक प्रकार से अच्छी मीटिंग रही। उन्होंने कहा कि गुजरात के अंदर, महात्मा गांधी के गुजरात में क्या हो रहा है वहां पर घर-घर में शराब पहुंच रही है।
गुजरात में हो रही हॉर्स ट्रेडिंग
इसी प्रकार से गुजरात में विधायकों की तोड़ा गया। पूरे देश ने देखा। पिछली बार 2017 में 14 विधायक टूट गए। अभी 3 टूट गए और 4 पहले टूट गए थे। हॉर्स ट्रेडिंग करके कब तक राजनीति करोगे। बहुत खतरनाक खेल चल रहा है देश के अंदर। ऐसे लोगों को नेस्तनाबूत करना चाहिए। ऐसे लोगों को झटका देना चाहिए। पब्लिक सब समझ रही है और कोई आश्चर्य नहीं है कि आने वाले वक़्त में पब्लिक खुद झटका दे देगी इनको। इनको भ्रम नहीं होना चाहिए। इसलिए मैं समझता हूँ कि आज की मीटिंग हमारी बहुत फ्रूटफुल रही और सभी यहां से एकजुट होकर गए हैं।
राजस्थान राज्यसभा चुनाव 2020 का गणित
राज्यसभा चुनाव 2020 राजस्थान में भी दिलचस्प मोड़ लेने की ओर अग्रसर है। यदि संख्या बल के अनुसार बात करें तो 2 सीटें कांग्रेस और 1 सीट भाजपा को मिलना तय है, लेकिन भाजपा ने एक और उम्मीदवार को मैदान में उतारकर मुकाबले को रोचक बना रखा है। वहीं, 1 सीट जीतने के बाद भाजपा के पास 24 वोट बचेंगे और भाजपा ने इन्हीं वोटों के चलते कांग्रेस को असमंजस में डाल रखा है।
ये हैं भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी
बता दें कि राजस्थान से 4 प्रत्याशियों के मैदान में होने से जीत के लिए एक प्रत्याशी को 51 वोट चाहिए। संख्या बल के अनुसार राजस्थान कांग्रेस के पास अपने विधायकों की संख्या 107 है। इसके अलावा कुछ निर्दलीय और अन्य दलों के विधायकों का भी समर्थन है। कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी तथा भाजपा ने राजेंद्र गहलोत व ओंकार सिंह लखावत को प्रत्याशी बनाया है।
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