राजस्थान : 3 माह में भर्ती होंगे ढाई हजार होमगार्ड, जानिए इस बार के नए नियम
जयपुर। राजस्थान में उन लोगों के लिए खुशखबरी है, जो होमगार्ड के रूप में काम करना चाहते हैं। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार आगामी तीन माह में ढाई हजार होमगार्ड की भर्ती करने जा रही है। इस बार होमगार्ड को मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के साथ-साथ सेवा नियमों में भी थोड़ा बदलाव किया गया है।
सोमवार को गृह राज्य मंत्री भजन लाल जाटव ने अनुदान मांग के जवाब में होमगार्डों से जुड़ी कई घोषणाएं की हैं। जाटव की घोषणा के अनुसार अब राजस्थान में होमगार्ड के जवानों को वर्दी भत्ते के रूप में अब हर वर्ष 7 हजार रुपए मिलेंगे। होमगार्ड के रूप में नौकरी पाने की सारी व्यवस्था ऑनलाइन होगी, जिससे अधिकारियां की मनमानी भी नहीं चलेगी।
अब दो बच्चों को मिलेगी छात्रवृत्ति
जाटव ने घोषणा की कि तीन माह में ढाई हजार होमगार्ड की भर्ती की जाएगी। इसके लिए होमगार्ड सेवा नियम भी बनाए जाएंगे। होमगार्ड के एक बच्चे को छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था है, नए नियमों के मुताबिक अब दो बच्चों को छात्रवृत्ति मिलेगी।
मृतक आश्रितों को मिलेगी सहायता
होमगार्ड की ड्यूटी के दौरान मौत होने की स्थिति में उसके परिजनों को सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। होमगार्ड में अटकी हुई पदोन्नति जल्दी की जाएगी। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में गलती मिलने पर 438 निजी सुरक्षा एजेंसी के लाइसेंस निरस्त किए गए। सरकार ने छह माह में 257 नए लाइसेंस दिए हैं।
कौन होते हैं होमगार्ड
कई लोग पुलिस और होमगार्ड के जवानों में अंतर नहीं समझ पाते हैं। आइए हम आपको बताएं कि होमगार्ड कौन होते हैं? होमगार्ड भारत की पैरामिलिट्री फोर्स है। यह एक स्वयंसेवी फोर्स है, जो भारत में पुलिस बल के सहयोग के लिए होती है। वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध के बाद इस फोर्स का पुर्नगठन किया गया। इससे पहले केवल इसकी कुछ यूनिट कुछ स्थानों पर ही थी। होमगार्ड के जवानों का चुनाव नागरिक पेशेवरों में से ही किया जाता है। जैसे कॉलेज के छात्र, काम करने वाले व्यक्ति और इंडस्ट्रियल वर्कर आदि में से इनका चुनाव किया जाता है जो अपना खाली समय देश की सेवा में दे सके।