राजस्थान सियासी संकट के बीच एनएसयूआई के छात्र नेता ने पीएम को खून से लिखा पत्र
जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान मचा हुआ है। सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट खेमा आमने-सामने है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थक विधायकों का खेमा राज्यपाल से शीघ्र विधानसभा सत्र बुलाने की कोशिश में लगा है।
छात्र नेता कर रहे आंदोलन
अब कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई से जुड़े छात्र नेता भी इसी मांग के साथ विभिन्न तरह से आंदोलन कर रहे हैं। इसी दिशा में एक छात्र नेता ने जयपुर के अमर जवान ज्योति शहीद स्मारक पर अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने और महामहीम राज्यपाल से सत्र आहूत करने का आग्रह करने की अपील की है।
लोकतंत्र को बचाने की दिशा में प्रयास
एनएसयूआई से जुड़े छात्र स्मारक के बाहर एकत्रित हुए। यहां इन्होंने कांग्रेस समर्थित नारे लगाए। इसी बीच नरेंद्र सिंह राजपुरोहित नामक छात्र नेता ने अपने खून से प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखा। राजस्थान विश्वविद्दालय के जनसंचार केंद्र में अध्ययनरत नरेंद्र का कहना है कि लोकतंत्र को बचाने की दिशा में हमारी ओर से यह छोटा प्रयास है। इस दौरान वह केंद्र सरकार के प्रति मुखर भी नजर आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक तरफ कोरोना पैर प्रसार रहा है दूसरी तरफ केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकार को गिराने में लगी हुई है। इस तरह लोकतांत्रिक व संवैधानिक मूल्यों का हनन किया जा रहा है।
दो बार पेश कर चुके हैं प्रस्ताव
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनातनी के बाद राज्य में इस सियासी संकट की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समर्थक विधायकों को जयुपर स्थित होटल में बाड़ाबंदी में रखा गया है। वहीं, सचिन पायलट गुट के विधायकों के भी हरियाणा के होटल में रुके होने की बात कही जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महामहीम राज्यपाल से दो बार विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए प्रस्ताव पेश कर चुके हैं। तकनीकी खामियों के कारण दो बार प्रस्ताव पर बात नहीं बन पाई है।
जानिए कौन हैं यह IAS जिसकी राजस्थान की पारम्परिक वेशभूषा में तस्वीर हो रही वायरल