राजस्थान सियासी संकट को एक माह पूरा, जानिए विधायकों की बाड़ेबंदी पर कितने करोड़ हुए खर्च?
जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट को एक माह पूरा हो चुका है। बीते 31 दिन से राजस्थान कांग्रेस के लगभग सभी विधायक होटलों में बंद हैं, जो संभवतया 14 अगस्त को प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा सत्र तक रहेंगे। अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने अपने-अपने गुट के विधायकों की बाड़ेबंदी मानेसर, जयपुर व जैसलमेर के होटलों में की है। महीनभर बाद अब सचिन पायलट की राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही उनकी वापसी हो सकती है और अशोक गहलोत सरकार पर आया संकट पूरी तरह से टल सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बीच सवाल यह है कि आखिर एक माह विधायकों की बाड़ाबंदी पर कितने रुपए खर्च हुए। इसका जवाब राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने दिया है। जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में पूनिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 31 दिन में विधायकों के होटल में रहने और खाने-पीने पर 10 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। हवा में उड़कर गए हैं, उसका हिसाब आना बाकी है। इस 31 दिन का जनता की अदालत में ऑडिट होनी चाहिए। राजस्थान सीएम अशोक गहलोत फेयरमोंट और सूर्यगढ़ के खर्चे का हिसाब तो बता ही देना चाहिए।
हम तो पहले ही कह रहे थे,झगड़ा @INCIndia का,तोहमत @BJP4India पर ,बेचारी राजस्थान की जनता 31 दिन तक कांग्रेस की रामलीला देखती रही,बहन @priyankagandhi और भाई @RahulGandhi बड़ी देर से जागे,बेचारे @ashokgehlot51 जी,कांग्रेसी खूब भागे,राजस्थान के मजदूर-जवान और किसान फिर अभागे रे...
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) August 10, 2020
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पूनिया ने सचिन पायलट की राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपुष्ट जानकारी मिली है कि सचिन पायलट की मुलाकात हुई, क्या बात हुई। न आपको पता ना हमको पता। लेकिन ताज्जुब की बात है कि 31 दिन इस रामलीला के हो चुके है। ना भाई जागा, ना बहन जागी और उससे पहले कांग्रेस बेचारी लगातार इधर से उधर भागी।