राजस्थान नगर निगम चुनाव : 26 साल बाद जयपुर में खुला कांग्रेस का खाता, कोटा उत्तर में नतीजा टाई
जयपुर। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और कोटा के छह नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस 6 में से 4 जगह अपना बोर्ड बना सकती है। राजस्थान नगर निगम चुनाव में जहां स्थानीय नेताओं का योगदान रहा तो वहीं राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी अपनी पहली परीक्षा में पास हो गए हैं।
निगम चुनाव नतीजे संतोषजनक-डोटासरा
बता दें कि डोटासरा ने अध्यक्ष रहते जयपुर जैसे भाजपा के गढ़ में कांग्रेस सेंधमारी कर दी है। डोटासरा ने चुनाव के नतीजों पर संतोष जताते हुए कहा कि आज जो जीत मिली है वह राजस्थान सरकार के 2 साल के कार्यकाल पर जनता की मुहर है।
अब मेयर भी हमारा और बोर्ड भी
चाहे कोरोना प्रबंधन हो या नगरों के विकास में सरकार की ओर से किए काम या जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधि जनता के साथ खड़े रहे। यही कारण है कि तीनों नगर निगम जहां पहले एक भी नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड नहीं था, वहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। वहीं, डोटासरा ने जयपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि जयपुर में कांग्रेस का एक बार मेयर बना, लेकिन उस समय भी बोर्ड भाजपा का बना था।
जयपुर नगर निगम इतिहास
जयपुर में अब तक हुए नगर निगम चुनाव में पहले चुनाव में कांग्रेस को 22 फीसदी, दूसरे चुनाव में 24 फीसदी, तीसरे में 31 फीसदी, चौथे में 33 फीसदी और पांचवें चुनाव में 19 फीसदी बहुमत कांग्रेस के पास था, जो इन चुनावों में बहुमत बढ़कर 40 फीसदी से ज्यादा हो गया है। ऐसे में यह जीत जयपुर, कोटा और जोधपुर की जनता की जीत है।
कोटा दक्षिण नगर में भाजपा-कांग्रेस के 36-36 पार्षद
डोटासर ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस पार्टी के 4 में से 2 पार्षद जीतकर आए हैं। कोटा दक्षिण और जोधपुर उत्तर में तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ आसानी से अपना बोर्ड बनाने जा रही है। जयपुर हेरिटेज और कोटा दक्षिण में कांग्रेस पार्टी को निर्दलीय पार्षदों की जरूरत होगी। कोटा दक्षिण नगर में तो नतीजा टाई रहा है।
कोटा दक्षिण नगर निगम में बोर्ड बनाने का दावा
जयपुर हेरिटेज में तो ज्यादातर निर्दलीय विधायक कांग्रेस पृष्ठभूमि से आते हैं। ऐसे में यहां कांग्रेस को कोई खास दिक्कत बोर्ड बनाने में नहीं होगी, लेकिन गोविंद डोटासरा ने कोटा दक्षिण में भी अपना बोर्ड बनाने का दावा किया है। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेसी विचारधारा के जो निर्दलीय पार्षद चुनाव जीत कर आए हैं और उन्हें किन्ही कारणों से कांग्रेस पार्टी टिकट नहीं दे पाई। इसमें चाहे हमारी ओर से कोई भूल हुई हो तो उस भूल को कांग्रेस पार्टी स्वीकार करती है। कांग्रेसी विचारधारा में विश्वास करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है।