शहीद सौरभ कटारा की पत्नी बोलीं, मुझे ऐसे वीर पति की 16 दिन की सुहागिन होने पर भी गर्व, VIDEO
भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर के रूपवास के गांव बरौली ब्राह्मण के 22 वर्षीय सौरभ कटारा की शहादत पर पूरा प्रदेश गर्व कर रहा है। शादी से महज 16 दिन बाद और जन्मदिन से दो दिन पहले शहीद हुए सौरभ कटारा की वीरांगना पूनम देवी अपना दर्द छिपाकर सास अनिता देवी को जिस हिम्मत के साथ संभाल रही है, उसे देख हर किसी की आंखें नम हो रही हैं।
शहीद पति की अर्थी को कंधा दिया
गुरुवार सुबह 11 शहीद सौरभ कटारा का पैतृक गांव बरौली ब्राह्मण में अंतिम संस्कार किया गया। खुद वीरांगना पूनम देवी ने भी न केवल शहीद पति की अर्थी को कंधा दिया बल्कि मोझधाम पहुंचकर उसे अंतिम विदाई दी और सैल्यूट भी किया। शहीद के भाई अनूप ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इसमें वीरांगना पूनम ने भी हाथ लगाया। पूनम बार-बार बेसुध होती रही। घंटों बाद जब उसने कुछ सुध संभाली तो उसने बस इतना ही कहा कि यह दर्द बहुत है पर फौजी की 16 की सुहागिन रहने के बाद वीरांगना बनने का भी गर्व बहुत है।
सास अनिता को जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश
शाम को पूनम अपनी सास अनिता को जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश कर रही थी तो उसने खाने से मना कर दिया। तब पूनम ने सास से कहा कि हर किसी मां का बेटा ऐसा नाम नहीं पाता। उन्होंने देश के लिए प्राणों की आहुति दी है। मैं सिर्फ पांच दिन ही पति सौरभ कटारा से मिली थी, लेकिन मुझे गर्व है ऐसे पति पर। इतना कहते ही वो बिलखने लगी। बड़ी मुश्किल से उसे संभाला।
ऐसे शहीद हुए सौरभ कटारा
भरतपुर के गांव बरौली ब्राह्मण के नरेश कटारा के बेटे सौरभ कटारा 3 वर्ष पूर्व ही आर्मी में ड्राइवर के पद पर नौकरी लगी थी। सौरभ व उसके बड़े भाई गौरव की 8 दिसम्बर को शादी हुई थी। सौरभ की शादी मथुरा के जाजमपट्टी रसूलपुर निवासी उदयराम शर्मा की बेटी पूनम के साथ हुई थी। शादी के बाद सौरभ 15 दिसम्बर को घर से डयूटी पर श्रीनगर के कुपवाड़ा आ गए। यहां सोमवार रात को आतंकियों की ओर से किए गए बम विस्फोट में सौरभ व एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दोनों घायलों को साथी जवान अस्पताल ले गए। जहां वे शहीद हो गए।
शहीद सौरभ कटारा: 8 को शादी, 15 को डयूटी, 23 को शहीद, 25 को बर्थडे, पत्नी ने कंधा देकर किया सैल्यूट