Gurjar Aandolan : राजस्थान सरकार ने लिया बड़ा फैसला, 5वें दिन भी पटरियों पर डटे हैं गुर्जर
Sawai Madhopur News सवाई माधोपुर। गुर्जर आरक्षण आंदोलन पांचवें दिन मंगलवार को भी जारी है। एक तरफ राजस्थान सरकार ने गुर्जर आंदोलन को खत्म करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की है, वहीं दूसरी ओर गुर्जर अभी भी पटरियों पर बैठे हैं। कई जिलों में सड़क मार्ग भी जाम कर रखा है।
सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर के गांव मकसूदनपुरा से गुर्जरों ने आठ फरवरी की शाम से आंदोलन शुरू किया था। तब से लेकर अब दिल्ली-मुम्बई रेल मार्ग जाम है। इस पर गाड़ियों का संचालन नहीं हो रहा है। प्रदेशभर में दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। इधर, राजस्थान सरकार ने गुर्जर आंदोलन से निपटने के लिए नई रणनीति बनाई, जिसके तहत सीएमओ में स्तरीय बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर गुर्जरों को पांच फीसदी आरक्षण देने के अनुरोध का अनुरोधउ किया जाएगा।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन का चौथा दिन (fourth day of gurjar aandolan)
गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चौथे दिन दौसा और करौली जिले में बड़ा कदम उठाया गया। दौसा के सिकंदरा चौराहे पर गुर्जरों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया। जयपुर को आगरा से जोड़ने वाले इस हाईवे के जाम होने से वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना पड़ा। वहीं करौली जिले के नादौती के कैमरी गांव में खटाना गुर्जर समाज की महापंचायत हुई, जिसमें चेतावनी दी गई कि अगर 13 फरवरी तक आरक्षण नहीं मिला तो खटाना समाज भी गुर्जर आंदोलन में कूद पड़ेगा।
सिकंदरा टोल प्लाजा पर सन्नाटा
दौसा से गुर्जर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर जाम होने का असर अब दिखाई देने लगा है। सिकंदरा स्थिति टोल प्लाजा पर पूरी तरह कर्फ्यू जैसी स्थिति नजर आ रही है। टोल मैनेजर अनिल ने बताया है कि पिछले आंदोलन में काफी नुकसान हुआ था। जब टोल लगभग 3 सप्ताह से अधिक बंद रहा और अब की बार भी रोजाना राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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गुर्जर आंदोलन का तीसरा दिन (Third day of Gurjar movement)
गुर्जरों का आंदोलन तीसरे दिन हिंसक हो गया था। आंदोलनकारियों ने धौलपुर जिले में आगरा-मुरैना राजमार्ग को बंद करने की कोशिश की। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गयी। उग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों की ओर से फायरिंग करने की बात भी सामने आई। झड़प में पुलिस के 4 जवान भी घायल हुए हालांकि, बाद में पुलिस ने आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया और करीब एक घंटे बाद हाइवे पर यातायात बहाल कर दिया गया।
गुर्जर आंदोलन का दूसरा दिन (Second day of Gurjar agitation)
गुर्जर दूसरे दिन भी रेल पटरियों से नहीं हटे। तंबू गाड़कर यहीं पर रात बिताई और आरक्षण नहीं मिल जाने तक डटे रहने का ऐलान किया। साथ सवाई माधोपुर के अलावा करौली, अजमेर, हिंडौन समेत अन्य जगहों पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन का असर देखने को मिला। वहीं रोडवेज ने करौली-हिंडौन के बीच चलने वाली रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया। गुर्जरों ने दौसा जिले के सिकंदरा चौराहे पर बैठक कर दो दिन बाद जयपुर-आगरा हाईवे जाम करने की चेतावनी दी।
गुर्जर आंदोलन का पहला (Gurjar Aandolan Start in Rajasthan)
गुर्जर आंदोलन 8 फरवरी 2019 से शुरू हुआ। 13 साल में गुर्जरों का आरक्षण को लेकर यह छठा आंदोलन था। दरअसल, गुर्जरों ने बीस दिन पहले सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 8 फरवरी शाम पांच बजे तक पांच जातियों को पांच फीसदी आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। ऐसे में 8 फरवरी को गुर्जरों ने सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर में महापंचायत की और फिर मांग नहीं होने पर मकसूदनपुरा में रेल पटरियों पर कब्जा जमाकर आंदोलन शुरू कर दिया। पहले ही दिन दिल्ली-मुम्बई के बीच चलने वाली ट्रेन का संचालन बंद करना पड़ा था।आंदोलनरत गुर्जरों के लिए मलारना डूंगर के देवनारायण मंदिर के पास भोजन तैयार किया गया, जिसकी जिम्मेदारी आस-पास गांवों के गुर्जरों ने उठाई।