राजस्थान : डिप्टी सीएम पायलट बोले-20 लाख करोड़ के पैकेज में गरीब के हाथ में नहीं आया पैसा
जयपुर। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट जयपुर स्थित देवी बुधिया स्कूल पहुंचे, जहां पर प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करते हुए उन्हें राहत सामग्री देने के बाद बस में बैठकार गंतव्य स्थान पर छुड़वाया। बता दें कि देवी बुधिया स्कूल में इन प्रवासी श्रमिकों को क्वारेंटाइन पर रखा गया था। इस दौरान उनके साथ परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास व संबंधित विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी भी मौजूद रहे।
एकजुटता का परिचय देने की जरूरत
मीडिया से वार्ता के दौरान डिप्टी सीएम पायलट ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सबको एकजुटता का परिचय देना चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार को मिलकर इन श्रमिकों के आंसू पोछने चाहिए। ये लोग अपने घर तक पहुंच सकें। इनके अंदर अभी निराशा है। ये लोग बेरोजगार हो गए हैं। खाने की सामग्री खत्म हो रही है और इतने हफ्ते निकलने के बाद भी केंद्र सरकार ने कोई ठोस नीति नहीं बनाई है। पायलट ने कहा कि राजस्थान में सरकार व पार्टी ने मिलकर सैकड़ों लोगों को वापस भेजा है। लाखों लोग वापस आना भी चाहते हैं, लेकिन दुख इस बात का है कि जब श्रमिकों के नाम, वित्त मंत्री द्वारा राहुल गांधी पर जो टिप्पणी की है वो निंदनीय व अशोभनीय है।
गरीबों की मदद करना दिखावा नहीं है
अगर किसी का दुख बांटना, मदद करना, घर तक पहुंचाना और बस का इंतजाम करना यह कहां से दिखावा हो गया। डिप्टी सीएम पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का जो पैकेट दिया है। उसमें गरीब के हाथ कितना पैसा आया, जो श्रमिक अपने गांव व घर जाना चाहते हैं। उनके लिए कितना पैसा निर्धारित किया है।
मेला लगा है, लोन ले जाओ बाद में चुका देना
पायलट ने कहा कि सिर्फ एक मेला लगा दिया है कि लोन ले जाओ और बाद में चुका देना। ये बिल्कुल दोहरी नीति है। इसकी कांग्रेस भर्त्सना करती है। पायलट ने कहा कि कांग्रेस ने प्रण लिया है, जहां कोई व्यक्ति अटका हुआ है। उसके लिए पैसे का इंतजाम करेंगे। खाने का इंतजाम करेंगे। घर पहुंचायेंगे। पायलट ने आरोप लगाया है कि इस संकट की घड़ी में केंद्र के नेता बयानबाजी कर करके मासूम, गरीब व श्रमिक साथियों के उपर राजनीति कर रहे हैं।
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