राजस्थान : अब मशीनों से होगी नालों की सफाई, किसी कर्मचारी को नहीं उतरना पड़ेगा 'गंदगी' में
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश के सभी स्थानीय निकाय क्षेत्रों में स्ट्रीट वेण्डर्स को दीनदयाल अन्तोदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन व प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ मिलना सुनिश्चित करें। योजना के तहत रेहड़ी-ठेला लगाने वाले वेण्डर्स को 10,000 रुपए तक का ऋण सस्ती ब्याज से उपलब्ध कराया जाता है।
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मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न शहरी क्षेत्रों में सीवरेज के नालों और मैनहोल की सफाई के लिए सुपर सकर और जेटिंग मशीनें जल्द से जल्द खरीदने के निर्देश दिए। ये मशीनें खरीदें जाने के बाद नालों की सफाई के लिए किसी व्यक्ति को मैनहोल में उतरने के आवश्यता नहीं पड़ेगी।
सीएम ने निर्देश दिए कि निकाय क्षेत्रों में रेहड़ी-ठेला और स्ट्रीट वेण्डर्स के रूप में गुजर-बसर करने वाले गरीबों को चिन्हित कर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए अभियान चलाएं ताकि ताकि उन्हें छोटी-छोटी राशि के लिए भटकना नहीं पड़े। मुख्यमंत्री गहलोत ने उदयपुर, जयपुर, कोटा और अजमेर शहरों में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चल रहे कार्यों सहित विभिन्न नगरीय क्षेत्रों में अमृत मिशन के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा भी की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त होने से पर्यटन व्यवसाय को भी लाभ मिलेगा। बैठक में शहरी विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।