राजस्थान : गहलोत सरकार में कई मतभेद, विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने को हम तैयार-सतीश पूनिया
जयपुर। राजस्थान में बीते एक माह से चली आ रही सियासी उठापठक के बीच 14 अगस्त को बड़ा दिन है। इस दिन राजस्थान विधानसभा का सत्र प्रस्तावित है। सियासी में फंसी रही अशोक गहलोत का आगामी भविष्य इस सत्र पर निर्भर कर रहा है। भाजपा-कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा सत्र को लेकर विशेष तैयारियां की है। 13 अगस्त को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई है। जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी शिकरत की। भाजपा ने विधानसभा सत्र के दौरान अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारियां की है।
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14 अगस्त को होगा राजस्थान विधानसभा का सत्र
मीडिया से बातचीत में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार में बहुत सारे मतभेद हैं। बीते एक माह के दौरान जो कुछ हुआ। पूरे देश ने देखा है। जिस तरह से उन्होंने संघर्ष किया है। ऐसे में संभावना है कि वे 14 अगस्त को प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा में विश्वास मत ला सकते हैं, लेकिन हम भी अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार हैं। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी कहा कि हम अपने सहयोगियों के साथ कल राजस्थान विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।
We are bringing a no-confidence motion tomorrow in the Assembly along with our allies: Gulab Chand Kataria, Leader of Opposition in #Rajasthan Assembly pic.twitter.com/5Pwbift3yQ
— ANI (@ANI) August 13, 2020
पायलट की वापसी से गहलोत सरकार सुरक्षित
अशोक गहलोत सरकार गिरेगी या नहीं। यह कल विधानसभा सत्र के बाद तय हो जाएगी। हालांकि सचिन पायलट की वापसी से गहलोत सरकार पर मंडराया संकट टल गया है। बीते एक माह से सचिन पायलट अपने गुट के 22 विधायकों के हरियाणा के होटल में थे जबकि अपने साथ 102 से ज्यादा विधायकों का दावा करने वाले सीएम अशोक गहलोत अपने गुट के विधायकों को पहले जयपुर फिर जैसलमेर के होटल में बाड़ाबंदी की। अब दोनों ही गुटों के विधायकों बाड़ाबंदी से निकलकर जयपुर पहुंच चुके हैं।
राजस्थान में सियासी संकट खत्म होने के बाद आज एक साथ दिखेंगे सचिन पायलट-अशोक गहलोत